उज्जैन। धार्मिक नगरी उज्जैन के महाकाल ज्योतिर्लिंग में चढ़ावे से शिवलिंग का क्षरण होने को लेकर दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को सुनवाई करते हुए कई अहम आदेश दिए, जिसमें आरओ के पानी से अभिषेक करना भी शामिल है. महाकाल मंदिर समिति की तरफ से दिए गए प्रस्ताव पर सुप्रीम कोर्ट ने संतुष्टि जताई हैं।
1.सभी लोग आरओ के पानी के 500 मिली लीटर जल भगवान शिवपर चढ़ाने के लिए ले जा सकते है.
2.भस्म आरती के दौरान शिवलिंग को सूखे सूती कपडे से पूरा ढका जाएगा. अभी तक 15 दिनों के लिए आधा ढका जाता था.
3.लेप के लिए शक्कर पाउडर के प्रयोग पर रोक, खांडसारी के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जाएगा.
4.अभिषेक के लिए हर श्रद्धालु को केवल 1.25 मिली लीटर दूध या पंचामृत चढ़ाने की इजाजत होगी.
5.नमी से बचाने के लिए ड्रायर व पंखे लगाए जाएंगे.
6. बेल पत्र व फूल पत्ती शिवलिंग के ऊपरी भाग में चढ़ेंगे ताकि शिवलिंग के पत्थर को प्राकृतिक सांस लेने में कोई दिक्कत ना हो.
7. शाम पांच बजे अभिषेक पूरा होने के बाद शिवलिंग की पूरी सफाई होगी और इसके बाद सिर्फ सूखी पूजा होगी.
8.अभी तक सीवर के लिए चल रही तकनीक चलती रहेगी क्योंकि सीवर ट्रीटमेंट प्लांट के बनने में एक साल लगेगा.
सुप्रीम कोर्ट ने आर्केलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया, जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया और याचिकाकर्ता को आपत्ति या सुझाव देने के लिए 15 दिनों का वक्त दिया गया है. सुप्रीम कोर्ट इस मामले की अगली सुनवाई 30 नवंबर को करेगी.