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पॉलीथिन मुक्त बनेगा भेड़ाघाट, रोज होगी होटलों की जांच

जबलपुर। भेड़ाघाट को पॉलीथिन फ्री जोन में तब्दील करने की तैयारी है। संगमरमरी वादियों के इस टूरिस्ट स्पॉट पर सालाना करीब 20 टन प्लास्टिक कचरा निकलता है। जिससे नर्मदा में सीधा प्रदूषण फैलता है। मप्र प्रदूषण बोर्ड अब इस क्षेत्र को पॉलीथिन से मुक्त बनाने में जुटा है। तैयारी बुधवार से मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कार्यवाही प्रारंभ कर दी। टीम बनाकर होटल, रेस्टोरेंट और किराना दुकानों में पॉलीथिन कैरी बैग की जांच की गई। ऐसा अब हर रोज होगा। बोर्ड और नगरीय निकाय ने संयुक्तरूप से टीम बनाकर जांच हर दिन करने का फैसला किया है।

दो माह तक चलेगा अभियान –

प्रदूषण बोर्ड ने पॉलीथिन फ्री जोन बनाने के लिए लगातार भेड़ाघाट के दुकानों,होटल और अन्य स्थलों में जांच अभियान चलाया जाएगा। जहां भी पॉलीथिन मिलेगी उसे पहले जब्त कर समझाइश दी जाएगी। उसके बाद चालानी कार्यवाही होगी। जागरुकता के लिए एनजीओ से भी बोर्ड मदद ले रहा है। जो स्थानीय लोगों और व्यापारियों को इस संबंध में जानकारी देंगे। घाट के आसपास प्लास्टिक बैग्स नहीं विक्रय नहीं होगा।
trong>प्लास्टिक से नर्मदा की दशा दिखेगी पंचवटी घाट पर –

प्लास्टिक नदियों में किस कदर प्रदूषण फैलाती है यह देखने के लिए पंचवटी घाट से लगे नाले को देखकर समझा जा सकता है। यहां बस्ती का गंदा पानी और प्लास्टिक बहकर आता है, जो सीधे नदी में मिलता है। प्लास्टिक थैली नाले में जाम होने से पानी ओवर फ्लो होकर निकलता है। बारिश के दिनों में प्लास्टिक की प्लेट, कैरी बैग्स सबकुछ नदी में तैरता दिखता है।

ऐसे करेंगे फ्री –

  • मप्र प्रदूषण बोर्ड और नगर परिषद के अधिकारी हर दिन जांच अभियान चलाएंगे।

  • रेस्टोरेट, किराना दुकान, घाट के आसपास प्लास्टिक बैग पाबंद होंगे।

  • टूरिस्ट भी प्लास्टिक उपयोग न कर सके इसलिए जागरूक किया जाएगा।

5 हजार रुपए जुर्माना –

पॉलीथिन का उपयोग करने पर 5 हजार रुपए तक का अधिकतम जुर्माना है। इसे नगर परिषद द्वारा वसूला जाएगा। न्यूनतम जुर्माना एक हजार रुपए है। बुधवार को बोर्ड के संजय वर्मा, आरके जैन, सुनील बैरागी और आरपी तिवारी ने जांच अभियान चलाया। ये पंचवटी से धुआंधार तक सभी व्यापारिक संस्थानों में जांच करने गए। इस दौरान कुछ स्थानीय समाजसेवी लोगों ने भी जागरुकता फैलाने में सहयोग दिया।

भेड़ाघाट क्षेत्र को पॉलीथिन फ्री बनाने का प्रयास किया जा रहा है। अगले दो माह लगातार लोगो को जागरूक किया जाएगा। पॉलीथिन की वजह से नर्मदा और पर्यावरण में व्यापक प्रदूषण फैल रहा है। इसे रोकना सभी की जिम्मेदारी है। -डॉ.एसएन द्विवेदी, क्षेत्रीय अधिकारी, मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड

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