चर्चित सुमन मर्डर मिस्ट्री-जहां से वारदात के लिए सामग्री ली गई उन दुकानों में आरोपियों कोलेकर पहुंची पुलिस
कटनी। कोतवाली के मिशन चौक क्षेत्र स्थित बस स्टॉप में कार्टून व बोरे में बंद मिले महिला सुमन पटेल के शव के मामले में पुलिस ने आरोपियों से रिमांड अवधि में भी पूछताछ की तथा विवेचना से जुड़े बिंदुओं पर भी जांच की। रिमांड अवधि के दौरान पुलिस दो आरोपियों को कल शुक्रवार को उन दुकानों में लेकर पहुंची। जहां से महिला की हत्या करने के बाद कॉर्टून के अंदर बोरे में पैक करने का सामान खरीदा गया था। पुलिस टीम आरोपियों को लेकर एक रस्सी बेचने वाली दुकान, वारदाना की दुकान और अगरबत्ती की दुकान भी पहुंची।
जहां से आरोपियों ने बताया कि इन्हीं दुकानों से वारदात के लिए रस्सी, बोरा और अगरबत्ती का खाली कॉर्टून खरीदा गया था। इसके अलावा पुलिस टीम आरोपियों को उनके निवास स्थान गौंदिया व नागपुर भी लेकर गई। जहां से वारदात के बाद संतोष सरावगी के द्धारा साढ़ू भाई संपत अग्रवाल को खर्चे के रूप में दिए गए 15 हजार रूपए में से 12 हजार रूपए भी जप्त किए गए। सभी स्थानों से पुलिस टीम ने वारदात से जुड़े साक्ष्य भी जुटाए। गौरतलब है कि पुलिस ने खुलासे के बाद आरोपियों को न्यायालय में पेश किया था और मामले से जुड़ी कुछ पूछताछ करने संपत अग्रवाल व अनिल सेंडे को रिमांड पर मांगा था। न्यायालय ने पुलिस का रिमांड आवेदन स्वीकार करते हुए संपत व अनिल को दो दिनों की रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया था जबकि संतोष अग्रवाल को जेल भेज दिया था।
कोतवाली प्रभारी शैलेष मिश्रा के मुताबिक रिमांड अवधि में संपत व अनिल से मामले से जुड़ी सभी पूछताछ व औपचारिकताएं पूर्ण कर ली गई है। इसलिए उन्हे आज पुनः न्यायालय में पेश किया जाएगा। उधर पुलिस ने इस वारदात से तो पर्दा उठा दिया लेकिन सुमन पटेल की मर्डर मिस्ट्री में अब भी कुछ अनसुलझे सवाल हैं। जैसे खोजी कुत्ते का दो बार गांधीगंज के साथ आदर्शकालोनी क्षेत्र जाना तथा सुमन के शव पर लेप का लगाया जाना। हालांकि इन सवालों के जबाब में पुलिस को कहना है कि आदर्श कालोनी क्षेत्र में कई स्त्रीरोग विशेषज्ञ चिकित्सकों के क्लीनिक है। सुमन गर्भवती थी, इसलिए शायद वह अपनी जांच व उपचार कराने आदर्श कालोनी जाती रही हो।
जिसकी वजह से खोजी कुत्ता भी आदर्श कालोनी गया हो। उधर दूसरे सवाल के जबाब में पुलिस का कहना है कि सुमन के शव पर किसी तरह का लेप नहीं लगाया गया था बल्कि कार्टून में बुरी तरह से पैक होने तथा मौसम में उमस व गर्मी होने की वजह से सुमन का शव चिपचिपा व आइली हो गया था। जिसे मौके पर कार्टून से शव बाहर आने के बाद यह संभावना व्यक्त की गई थी कि बॉडी जल्दी खराब न हो। इसलिए आरोपियों ने शव पर कोई लेप लगाया होगा लेकिन शवपरीक्षण रिपोर्ट में ऐसे किसी लेप लगाए जाने का जिक्र चिकित्सकों की टीम ने नहीं किया है। गौरतलब है कि पुलिस ने मिशन चौक बस स्टॉप के पास 22 सितंबर की शाम करीब सात बजे कॉर्टून के अंदर बोरे में बंद एक अज्ञात महिला का शव बरामद किया था। जिसकी शिनाख्त ग्राम टिकरिया निवासी सुमन पटेल के रूप में की गई। सुमन की हत्या के आरोप में पुलिस ने गांधीगंज निवासी उसके कथित ससुर संतोष सरावगी, उसके साढ़ू भाई गोंदिया निवासी संपत अग्रवाल व साढ़ू भाई के दोस्त नागपुर निवासी अनिल सेंडे को गिरफ्तार किया था।