कर्नाटक : कुमारस्वामी ने 117 वोटों से जीता विश्वास मत, भाजपा का वॉकआउट

बेंगलुरु। कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके कुमारस्वामी ने विधानसभा में शुक्रवार को अपनी सरकार का बहुमत साबित कर दिया। सदन में विश्वास प्रस्ताव पर हुई वोटिंग में 117 विधायकों ने उनके समर्थन में वोट किया। विधानसभा में बहुमत के लिए उन्हें 112 वोटों की जरूरत थी।
इससे पहले पहले भाजपा के विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया है। दरअसल, येदियुरप्पा ने सदन में कहा कि अगर कुमारस्वामी ने किसानों का कर्ज माफ नहीं किया तो हम 28 को पूरे राज्य में बंद रखेंगे। इसके बाद सभी विधायक सदन से बाहर आ गए।
इससे पहले कांग्रेस के उम्मीदवार रमेश कुमार को विधानसभा स्पीकर चुन लिया गया है। पहले इस रेस में भाजपा ने एस सुरेश को अपना उम्मीदवार बनाया था लेकिन चुनाव से ठीक पहले उन्होंने अपना नाम वापिस ले लिया।
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दूसरी तरफ कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक रमेश कुमार को अपना प्रत्याशी बनाया था। उन्होंने भी गुरुवार को नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। वह पहले भी 1994-99 तक विधानसभा अध्यक्ष रह चुके हैं। कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन का दावा है कि उसके पास 117 विधायकों का समर्थन है।
विधानसभा में स्पीकर के चुनाव और बहुमत परीक्षण के लिए विधायक पहुंचे और भाजपा नेता येदियुरप्पा भी सदन में मौजूद थे।
जी परमेश्वरा के बयान से गरमाई राजनीति
इससे पहले उपमुख्यमंत्री बनाए गए जी परमेश्वर के बयान से राजनीतिक माहौल गया है। उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वरा ने गुरुवार को दिए एक बयान में कहा कि जेडीएस के नेतृत्व में पांच साल तक सरकार चलाने पर फैसला नहीं हुआ है। कांग्रेस कोटे से उप-मुख्यमंत्री बने जी परमेश्वरा ने कहा, पांच साल तक किन शर्तों के साथ कर्नाटक में गठबंधन की सरकार चलेगी, यह अभी तय नहीं हुआ है। साथ ही किस पार्टी को किन विभागों की जिम्मेदारी मिलेगी, यह भी अभी तय नहीं हुआ है। परमेश्वरा कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी हैं।