कटनी-विश्वकर्मा पार्क की जमीन पर कब्जे को लेकर विवाद, मौके पर भारी पुलिस बल तैनात

कटनी। कोतवाली के विश्वकर्मा पार्क क्षेत्र में पार्क की जमीन को लेकर विवाद गहराया। न्यायालय के आदेश पर स्वयं क ब्जा ले रहे एक ही परिवार के कुछ सदस्यों को नगर निगम अमले ने रोका तो परिवार के सदस्य विवाद करने लगे। विवाद की जानकारी लगते ही कोतवाली प्रभारी शैलेष मिश्रा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए और विवाद कर रहे लोगों को समझा बुझाकर मामला शांत कराया।
मौके पर पुलिस ने नगर निगम अमले को समझाइश दी कि न्यायालय के आदेश का पालन जमीन की नातजोख कर किया जाए। इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक मधई मंदिर के पास जमीन का एक हिस्सा विश्वकर्मा पार्क के नाम से जाना जाता है। यहां स्थित रहे पार्क को लोगों विश्वकर्मा पार्क के नाम से जानते थे। पार्क की इस जमीन पर क्षेत्र का ही एक विश्वकर्मा परिवार अपना मालिकाना हक बताता है। उल्लेखनीय है कि कुछ समय पूर्व पार्क की इस जमीन को नगर निगम ने इस शर्त पर अपने अधिकार में ले लिया था कि वह यहां पार्क का और बेहतर विस्तार करेगा। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि जमीन लेने के बाद नगर निगम ने देखा कि क्षेत्र में वाहन पार्किंग की बहुत समस्या है तथा यहां पार्क की कम और पार्किंग की जगह की ज्यादा आवश्यकता है। इसलिए नगर निगम ने यहां बने पार्क को तोड़कर सीमेंटीकरण कराकर वाहन पार्किंग हेतु लोगों को जगह उपलब्ध करा दी। जिसके कारण वाहन पार्किंग की समस्या से क्षेत्रवासियों को तो निजात मिल गया पर जमीन पर मालिकाना हक बताने वाले विश्वकर्मा परिवार ने नगर निगम पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए जमीन वापस लेने न्यायालय की शरण में चला गया। परिणाम स्वरूप न्यायालय ने मामले की सुनवाई पूरी होने के बाद फैसला विश्वकर्मा परिवार के पक्ष में दिया और नगर निगम को जमीन वापस करने के निर्देश दिए।
खुद कब्जा करने से उपजा विवाद
एक जानकारी में बताया जाता है कि न्यायालय का फैसला आने के बाद विश्वकर्मा परिवार ने जमीन का बिना सीमांकन क राए आज सुबह सीमेंट के पीलर व कटली तार लेकर जमीन पर कब्जा करना शुरू कर दिया। जिसकी जानकारी मिलने के बाद नगर निगम का अमला मौके पर पहुंच गया और बिना नापजोख कराए जमीन पर कब्जे की कार्रवाई का विरोध करनेलगा। जिसके कारण विवाद बढ़ गया और विश्वकर्मा परिवार के सदस्य व नगर निगम के अधिकारियों के बीच तीखी नोक झोंक शुरू हो गई। विवाद की जानकारी लगने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और समझा बुझाकर मामले को शांत कराया और नापजोख के बाद ही कब्जा करने की नसीहत दोनों पक्षों को दी।
पार्क नहीं पार्किंग चाहते हैं क्षेत्रवासी
उधर इस संबंध में जब क्षेत्र के व्यापारियों व रहवासियों से बात की गई तो उन्होने भी विश्वकर्मा परिवार द्धारा किए जा रहे इस कार्य का विरोध किया। क्षेत्र के व्यापारियों व रहवासियों का स्पष्ट कहना था कि उन्हे क्षेत्र में पार्क से ज्यादा पार्किंग स्थल की जरूरत है। लोगों ने जमीन पर विश्वकर्मा परिवार के मालिकाना हक को भी गलत बताया। लोगों का कहना था कि आजादी के बाद यहां के एक बर्मन परिवार इस जमीन की देखरेख करता था तथा बर्मन परिवार के किसी सदस्य के नाम पर यहां एक कुआं भी है। लोगों का कहना है कि यह जमीन बर्मन परिवार के पास से विश्वकर्मा परिवार के नाम कैसे हुई। उन्हे इस बात की जानकारी नहीं हैं। लोगों ने शासन प्रशासन ने यह मांग की है कि जमीन के मालिकाना हक संबंधी दस्तावेजों का आजादी के बाद से अध्ययन कर इसे विश्वकर्मा परिवार के मालिकाना हक से मुक्त कराए और इस जमीन पर व्यवस्थित पार्किंग की सुविधा लोगों को उपलब्ध कराए।
विवाद से प्रभावित हुई पेयजल आपूर्ति
उधर इस विवाद के कारण क्षेत्र में आज सुबह की पेयजल आपूर्ति भी प्रभावित हुई। क्षेत्रवासियों ने बताया कि जमीन पर स्थित बर्मन परिवार के कुएं में ट्यूब बेल के माध्यम से नगर निगम क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति करता है लेकिन आज सुबह से ही विश्वकर्मा परिवार ने जमीन पर कब्जा कर लिया और नगर निगम के कर्मचारी को ट्यूब बेल चालू नहीं करने दिया। जिसके कारण क्षेत्र में सुबह टाइम होने वाली पेयजल आपूर्ति प्रभावित रही और लोगों को पानी के लिए यहां वहां भटकना पड़ा।