आमिर खान का फिल्म स्टंट: तुर्की यात्रा से ट्रोल हुए, लोगों ने कहा- ‘देशद्रोही’

फिल्म लाल सिंह चड्ढा की शूटिंग के दौरान तुर्की की प्रथम महिला एमिने एर्दोगन से मुलाकात के बाद अभिनेता आमिर खान सोशल मीडिया पर घिर गए हैं। तुर्की की प्रथम महिला द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई दोनों की तस्वीर वायरल होने के बाद आमिर पर देशद्रोह का आरोप लगने लगा।
तुर्की उन गिने चुने देशों में से है जिसने अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर भारत विरोधी रुख अपनाते हुए पाकिस्तान का साथ दिया था। तुर्की ने लगातार भारत के इस फैसले का विरोध किया था।
वहीं आमिर खान ने 2015 में असहिष्णुता की बात करते हुए कहा था कि उनकी पत्नी किरण को देश में रहने में डर लगता है। अब जब आमिर की तुर्की प्रथम महिला से मुलाकात की तस्वीर वायरल हुई है, तो आमिर एक बार फिर एक वर्ग के निशाने पर आ गए हैं। एक ट्वीट में कहा गया, पहले तो उन्होंने अपनी फिल्मों में हिंदू विरोधी बातों का प्रचार किया और अब वो भारत के दुश्मनों से मिल रहे हैं। आमिर खान को जरा भी शर्म नहीं आती है।
I had the great pleasure of meeting @aamir_khan, the world-renowned Indian actor, filmmaker, and director, in Istanbul. I was happy to learn that Aamir decided to wrap up the shooting of his latest movie ‘Laal Singh Chaddha’ in different parts of Turkey. I look forward to it! pic.twitter.com/3rSCMmAOMW
— Emine Erdoğan (@EmineErdogan) August 15, 2020
एर्दोगन ने ट्वीट किया
तुर्की की फर्स्ट लेडी एमिने एर्दोगन ने आमिर के साथ तस्वीरें ट्वीट करते हुए लिखा, ‘विश्वप्रसिद्ध अभिनेता, फिल्म निर्माता और निर्देशक आमिर खान से इस्तांबुल में मिलकर बहुत खुशी हुई। मैं यह जानकर बहुत खुश हूं कि आमिर ने अपनी ताजा फिल्म लाल सिंह चड्ढा की शूटिंग तुर्की के अलग-अलग हिस्सों में खत्म करने का फैसला किया है। मेरी इस पर नजर रहेगी।’
स्वामी बोले- मैनें पहले ही कहा था ये एक मस्कीटियर है
आमिर पर निशाना साधते हुए भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने इस पर ट्वीट किया, मैनें पहले ही कहा था आमिर, खान गैंग के तीन में से एक मसकीटियर हैं।’ वहीं भाजपा नेता तरुण विजय ने ट्वीट किया, ‘आमिर को तुर्की में सौहार्द मिलता है, वे हिंदुओं से नफरत करते हैं और हिंदू मान्यताओं के खिलाफ फिल्में बनाते हैं। आमिर की पीके और तुर्की की बीर बाबा हिंदू में कोई फर्क नहीं है।’
वीएचपी प्रवक्ता विनोद बंसल ने ट्वीट किया, आजकल कुछ लोगों व अभिनेताओं को भारत विरोधियों से प्यार ज्यादा बढ़ने लगा है। दर्शक सब समझते हैं, जिन लोगों को भारतीय दर्शकों ने सिर-आंखों पर बिठा कर अभिनेता बनाया वे आज भारत विरोधी तुर्की जैसे देशों से मिलकर गौरवान्वित महसूस करते हैं तो देश के दर्शकों का आहत होना स्वाभाविक है ही! सोचना तो पड़ेगा।
पने ट्वीट को आमिर से जोड़ने पर सिंघवी ने दी सफाई
तुर्की को लेकर किए गए ट्वीट को आमिर खान से जोड़े जाने पर कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने सफाई देते हुए कहा, मुझे आमिर खान के विषय में कोई जानकारी नहीं थी। मैंने सिर्फ तुर्की पर एक लेख पढ़ने के बाद ट्वीट किया। सिंघवी ने कहा, आमिर खान स्वतंत्र नागरिक हैं, वो जिससे चाहें मिलें। आमिर खान न हमारे दूत हैं, न हमारे सांसद हैं, न सरकारी अधिकारी हैं। इसमें क्या दिक्कत हो सकती है। अब आमिर खान अगर दाउद इब्राहिम या किसी अपराधी से मिलते हैं जो भारत विरोधी काम में लिप्त हैं तो गलत होगा। आमिर खान का स्वतंत्र अधिकार है, लेकिन मैं तुर्की का विरोध करता हूं।
सिंघवी ने इससे पहले सोमवार सुबह ट्वीट किया था, एर्दोगन खलीफा बनने की कोशिश कर रहे हैं। वो हमेशा भारत विरोधी रहे हैं और तुर्की भारत में चरमपंथ की फंडिंग कर रहा है। तुर्की भारत का सबसे बड़ा अदृश्य खतरा है। एर्दोगन या उनके परिचित पर भरोसा नहीं कर सकते। बाद में जब उनके ट्वीट को आमिर खान से जोड़कर देखा जाने लगा तो उन्होंने ट्वीट के जरिये स्पष्ट किया कि मेरे पिछले ट्वीट का आमिर खान से कोई जुड़ाव नहीं था। न मैंने उन्हें मेंशन किया है न ही टैग किया है।