
मेटा बना मसीहा: जब लड़की ने लिखा ‘अलविदा’, फेसबुक ने दिलाई नई जिंदगी।।जिले में एक सनसनीखेज घटना में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट ने एक युवती की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. मेटा की सतर्कता और रायबरेली पुलिस की त्वरित कार्रवाई के कारण बीए की छात्रा, जो आत्महत्या करने जा रही थी
मेटा बना मसीहा: जब लड़की ने लिखा ‘अलविदा’, फेसबुक ने दिलाई नई जिंदगी
अब सुरक्षित है. यह घटना न केवल तकनीक और मानवता के संगम का उदाहरण है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि समय पर की गई कार्रवाई कितनी महत्वपूर्ण हो सकती है।
बता दें कि रायबरेली की रहने वाली एक बीए की छात्रा ने इंस्टाग्राम पर एक भावुक पोस्ट शेयर की, जिसमें लिखा था, “अलविदा… सॉरी मम्मा पापा.” यह पोस्ट उसने आत्महत्या करने के इरादे से डाली थी. युवती के इस कदम के पीछे का कारण था परिजनों द्वारा उसकी मर्जी के खिलाफ विवाह तय करना. युवती अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहती थी और विवाह के लिए तैयार नहीं थी. जब परिजनों ने उसकी बात नहीं मानी तो उसने निराशा में यह आत्मघाती कदम उठाने का फैसला किया. लेकिन, उसकी यह पोस्ट मेटा की नजर में आ गई।
मेटा के पास एक सिस्टम है जो आत्महत्या या आत्मघात से संबंधित सामग्री को स्वचालित रूप से पहचानता है. जैसे ही इस पोस्ट का पता चला, मेटा ने तुरंत युवती की लोकेशन और अन्य आवश्यक जानकारी उत्तर प्रदेश पुलिस हेडक्वार्टर को भेज दी. पुलिस हेडक्वार्टर से जानकारी मिलते ही डीजीपी राजीव कृष्ण ने बिना समय गंवाए रायबरेली के एसपी डॉ. यशवीर सिंह को सूचित किया. एसपी ने तुरंत मिल एरिया थाना प्रभारी राजीव सिंह को कार्रवाई के लिए निर्देश दिए. पुलिस की टीम ने महज आठ मिनट के भीतर युवती के घर का पता लगाया और घटनास्थल पर पहुंच गई।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर युवती को आत्महत्या करने से रोका और तत्काल उसकी काउंसलिंग शुरू की. सीओ सदर अमित सिंह ने बताया कि युवती की स्थिति को देखते हुए तुरंत मनोवैज्ञानिक सहायता दी गई. काउंसलिंग के दौरान युवती ने बताया कि वह अपने परिवार के दबाव से परेशान थी और पढ़ाई पूरी करना चाहती थी।
मेटा बना मसीहा: जब लड़की ने लिखा ‘अलविदा’, फेसबुक ने दिलाई नई जिंदगी