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Vodafone Idea शेयर तेजी: 7% की रैली के पीछे वजह क्या?

Vodafone Idea शेयर तेजी: 7% की रैली के पीछे वजह क्या?

Vodafone Idea शेयर तेजी: 7% की रैली के पीछे वजह क्या?। शेयर बाजार में सोमवार को वोडाफोन आइडिया के शेयरों में 7 प्रतिशत से अधिक तेजी देखी गई. सुप्रीम कोर्ट में AGR राहत याचिका से निवेशकों में उत्साह बढ़ा है. पिछले पांच दिनों में स्टॉक ने 13 प्रतिशत, एक महीने में 25 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। Vodafone Idea शेयर तेजी: 7% की रैली के पीछे वजह क्या?

Vodafone Idea शेयर तेजी: 7% की रैली के पीछे वजह क्या?
टेलीकॉम कंपनी Vodafone Idea के शेयरों में आज, 15 सितंबर को जबरदस्त तेजी देखने को मिली. कारोबार की शुरुआत में ही कंपनी के शेयर 7% से ज्यादा उछल गए. इस तेजी की वजह बनी एक खबर, जिसमें बताया गया कि कंपनी की AGR (एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू) बकाया को चुनौती देने वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट 19 सितंबर को सुनवाई करने जा रहा है।

दरअसल, कंपनी ने 9,450 करोड़ रुपये के अतिरिक्त AGR बकाया को गलत ठहराते हुए इसे अदालत में चुनौती दी है. वोडाफोन आइडिया का कहना है कि सरकार द्वारा की गई यह मांग पहले से आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले से परे है और इसमें कई रकमों को दोबारा जोड़ा गया है।

AGR पर क्या है कंपनी का तर्क

वोडाफोन आइडिया ने केंद्र सरकार के दूरसंचार विभाग (DoT) की एक बड़ी मांग के खिलाफ याचिका दायर की है. सरकार ने कंपनी से 2018-19 के लिए लगभग 2,774 करोड़ रुपये अतिरिक्त AGR (एग्रीगेटेड ग्रॉस रिवेन्यू) के रूप में वसूली की मांग की है. अगर पूरी राशि की बात करें तो ये आंकड़ा 9,450 करोड़ रुपये तक पहुंच जाता है. इस कुल राशि में से करीब 2,774 करोड़ रुपये वे पैसे हैं जो वोडाफोन और आइडिया के मर्जर के बाद की देनदारियों से जुड़े हैं, जबकि बाकी 5,675 करोड़ रुपये वोडाफोन ग्रुप की मर्जर से पहले की देनदारियों से संबंधित हैं।

कंपनी का तर्क है कि इस पूरी मांग में कई गलतियां हैं. उनका कहना है कि सरकार ने कुछ रकमों को दो बार गिनाया है और गणना में अन्य त्रुटियां भी हैं. इसलिए वोडाफोन आइडिया ने इन आंकड़ों की फिर से जांच कराने की मांग की है. कंपनी यह भी चाहती है कि जांच में 2017 से पहले के वर्षों को भी शामिल किया जाए ताकि पूरी स्थिति साफ हो सके।

कंपनी का कहना है कि सही हिसाब-किताब के बिना इतनी बड़ी राशि का भुगतान करना मुश्किल है और इस मामले में न्यायिक हस्तक्षेप की जरूरत है. वोडाफोन आइडिया का ये विवाद दूरसंचार क्षेत्र में AGR मुद्दे की जटिलताओं को फिर से सामने लाता है।

DoT ने क्या कहा?

सरकार की ओर से फिलहाल कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन Economic Times की रिपोर्ट के मुताबिक, DoT यानी टेलीकॉम डिपार्टमेंट इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर करने की तैयारी में है. विभाग का कहना है कि यह कोई नई मांग नहीं है, बल्कि पुराने बकाया की पूर्णता सुनिश्चित करने के लिए की गई एक प्रक्रिया है. DoT का यह भी कहना है कि यह मांग पहले दिए गए कोर्ट आदेशों के अंतर्गत ही आती है, और इसे नया मूल्यांकन नहीं माना जाना चाहिए.

फंडिंग के लिए संघर्ष कर रही कंपनी

वोडाफोन आइडिया पर पहले से ही भारी कर्ज का बोझ है और कंपनी नकदी संकट से जूझ रही है. CEO अक्षय मूंदड़ा ने हाल ही में जून तिमाही की अर्निंग्स कॉल में कहा था कि कंपनी बैंक फंडिंग के लिए विभिन्न बैंकों से बातचीत कर रही है, लेकिन AGR विवाद पर स्पष्टता न होने की वजह से बैंक फिलहाल सतर्क हैं.

मूंदड़ा ने बताया कि कंपनी अपने कैपिटल एक्सपेंडिचर (Capex) को बनाए रखना चाहती है, और इसके लिए गैर-बैंकिंग स्रोतों से भी फंड जुटाने के प्रयास जारी हैं. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार से उनके अनुभव अब तक सकारात्मक रहे हैं और उम्मीद है कि AGR विवाद मार्च 2025 की समय सीमा से पहले सुलझ जाएगा, जिससे फंडिंग की राह आसान होगी।

बाजार में धूम मचा रहे हैं Vodafone Idea के शेयर

सोमवार को Vodafone Idea के शेयर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर 7.75 रुपये के स्तर पर खुले. थोड़ी ही देर में ये करीब 7 प्रतिशत की जबरदस्त तेजी दिखाते हुए 8.20 रुपये तक पहुंच गए.

पिछले पांच दिनों में इस स्टॉक में लगभग 13 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज हुई है. वहीं, अगर देखा जाए तो एक महीने के दौरान निवेशकों को इस स्टॉक से करीब 25 प्रतिशत का रिटर्न मिला है. हालांकि, साल 2025 की शुरुआत से अब तक Vodafone Idea के शेयरों का प्रदर्शन लगभग स्थिर रहा है।

AGR विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई की खबर से निवेशकों में नई उम्मीद जगी है. अगर सुप्रीम कोर्ट का फैसला कंपनी के पक्ष में आता है, तो इससे न केवल कानूनी दबाव कम होगा, बल्कि फंडिंग के नए रास्ते भी खुल सकते हैं।

 

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