
जम्मू पुलिस का अनोखा तरीका: आरोपी को जूतों की माला पहना कर सड़कों पर जुलूस निकाला। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वीडियो में दिख रहा व्यक्ति एक मरीज के अटेंडेंट से लूटपाट करने का आरोपी है। जिसे शहर के एक अस्पताल के बाहर पकड़ा गया। बाद में लोगों ने उसके हाथ बांधकर और गले में जूतों की माला डालकर सड़कों पर घुमाया।
जम्मू पुलिस का अनोखा तरीका: आरोपी को जूतों की माला पहना कर सड़कों पर जुलूस निकाला
दरअसल पूरा मामला जम्मू के बक्शी नगर थाना क्षेत्र का है। वीडियो में दिख रहा शख्स का नाम अशफाक है। वह एक नशेड़ी और चोर है। मामला मंगलवार दोपहर का है। जम्मू के बक्शी नगर थाना क्षेत्र में अंतर्गत आने वाले बोन एंड ज्वाइंट हॉस्पिटल के बाहर पुलिस को सूचना मिली कि एक शख्स ने दूसरे पर ब्लेड से हमला कर दिया है, जिसके बाद पुलिस वहां पहुंची। दरअसल, जम्मू के इस बोन एंड जॉइंट अस्पताल में उधमपुर के सुरेंद्र सिंह अपने पिता का इलाज कराने आए थे। अस्पताल परिसर में ही आरोपी ने सुरेंद्र सिंह की जेब में पड़े करीब 40,000 रुपये निकाले, इसके बाद सुरेंद्र सिंह ने आरोपी को पकड़ लिया। हालांकि अशफाक ने अपने बचाव में सुरेंद्र सिंह पर ब्लेड से हमला कर दिया। इतने में अस्पताल में खड़े लोगों ने अशफाक को पकड़ लिया और पुलिस को सूचित किया।
बोनट से बांधकर परेड कराया गया
जब पुलिस मौके पर पहुंची तो अशफाक को देखते ही पुलिस पहचान गई कि वह न केवल नशा करता है, बल्कि लोगों से ठगी और चोरी के कई मामलों में वो संलिप्त है। इसके बाद अशफाक को पुलिस ने पकड़कर उसके आधे कपड़े उतारकर, गले में जूते की माला डालकर, उसकी सार्वजनिक परेड कराई।
जांच के आदेश जारी
इस मामले में SSP जम्मू ने बयान जारी कर कहा कि वाहन के बोनट पर बंधे संदिग्ध चोर की सार्वजनिक परेड के संबंध में जांच के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें बख्शी नगर पुलिस स्टेशन के पुलिसकर्मियों ने एक व्यक्ति को सार्वजनिक रूप से वाहन के बोनट से बांधकर परेड कराया गया।

पुलिस का दावा- आरोपी कुख्यात चोर
बख्शी नगर पुलिस स्टेशन के जिस SHO की निगरानी में यह घटना हुई उसने बताया कि आरोपी एक कुख्यात अपराधी है और हाल ही में पकड़े गए एक गिरोह का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि आरोपी नशे में था और हाथापाई और लंबे समय तक पीछा करने के बाद पकड़ा गया।
एक महीने में ऐसी दूसरी घटना
जम्मू शहर में एक महीने में यह दूसरी घटना थी, जब किसी अपराध के आरोपी के साथ इस तरह का व्यवहार सार्वजनिक रूप से किया गया। इससे पहले 11 जून को जम्मू के बाहरी इलाके गंग्याल चौक में गोलीबारी की घटना में तीन आरोपियों को पकड़े जाने के बाद पुलिस कर्मियों ने उसे सार्वजनिक रूप से पीटा था।
