शिक्षा का अधिकार या मज़दूरी का बोझ? ऐसे बदलेगी देश के बच्चों की किस्मत
शिक्षा का अधिकार या मज़दूरी का बोझ? ऐसे बदलेगी देश के बच्चों की किस्मत

शिक्षा का अधिकार या मज़दूरी का बोझ? ऐसे बदलेगी देश के बच्चों की किस्मत। मध्य प्रदेश में छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. कभी बच्चों से बर्तन धुलवाया जाता है, तो कभी झाड़ू लगवाया जाता है. ऐसा ही एक मामला दतिया जिले से सामने आया है. जहां बच्चों से स्कूल में झाड़ू लगवाया जा रहा था. जिसका वीडियाे अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
शिक्षा का अधिकार या मज़दूरी का बोझ? ऐसे बदलेगी देश के बच्चों की किस्मत
यह मामला राजापुर प्राइमरी स्कूल का है. जहां बच्चों से पढ़ाई के नाम पर काम करवाया जा रहा है. शिक्षिका की मौजूदगी में बच्चे क्लास लेकर ग्राउंड तक झाड़ू लगाते नजर आए. शिक्षिका का कहना है कि सालों से बच्चे झाड़ू लगा रहे हैं. हमसे पहले जो प्रिंसिपल थे, वह भी उनसे झाड़ू लगवाते थे।

वैसे तो माता-पिता बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए स्कूलों में भेजते हैं. लेकिन उनसे मजदूरों की तरह काम करवाया जाता है. इधर, शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों को इनकी भनक तक नहीं है. अब सवाल खड़ा होता है कि इस मामले में क्या कार्रवाई की जाती है या फिर ऐसे ही छात्रों से साफ सफाई कराई जाती रहेगी?