The Emergency Diaries’: मोदी के संघर्षों की कहानी, अमित शाह आज करेंगे लॉन्च
The Emergency Diaries’: मोदी के संघर्षों की कहानी, अमित शाह आज करेंगे लॉन्च

The Emergency Diaries’: मोदी के संघर्षों की कहानी, अमित शाह आज करेंगे लॉन्च। पीएम मोदी ने कहा, द इमरजेंसी डायरीज आपातकाल के वर्षों के दौरान मेरी यात्रा का वृत्तांत है. मैं उन सभी लोगों से यह अनुरोध करता हूं आपातकाल के उन काले दिनों को जो लोग याद करते हैं या जिनके परिवारों ने उस दौरान कष्ट झेले हैं कि वे अपने अनुभवों को सोशल मीडिया पर साझा करें।
देश में आपातकाल थोपे जाने के आज 50 साल पूरे हो गए. पीएम नरेंद्र मोदी समेत कई नेताओं ने इस दिन को संविधान हत्या दिवस के रूप में मनाया. पीएम मोदी ने कहा कि यह भारतीय लोकतंत्र के इतिहास के सबसे अंधकारमय अध्याय में से एक है. साथ ही उन्होंने एक किताब का जिक्र किया जिसमें आपातकाल के दौरान उनके संघर्ष और यात्रा का जिक्र किया गया है।
ब्लूक्राफ्ट आपातकाल को लेकर एक नई किताब ‘द इमरजेंसी डायरीज – इयर्स दैट फोर्ज्ड ए लीडर’ लेकर आ रहा है. इस किताब में आपातकाल के समय इसके खिलाफ जारी जंग में पीएम मोदी के संघर्षों का जिक्र है. इस किताब को आपतकाल के समय मोदी के साथ काम करने वाले सहयोगियों के अनुभवों और अन्य अभिलेखीय सामग्रियों के आधार पर तैयार किया गया है. यह किताब आज बुधवार शाम को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह लॉन्च करेंगे।
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आपातकाल विरोधी आंदोलन सीखने का अनुभवः PM मोदी
खुद इस किताब को लेकर पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपने पोस्ट में कहा, “देश में जब आपातकाल ठोपी गई थी, तब मैं आरएसएस का युवा प्रचारक हुआ करता था. मेरे लिए आपातकाल विरोधी आंदोलन सीखने का अनुभव था. इसने हमारे लोकतांत्रिक ढांचे को बचाए रखने की अहमियत को फिर से पुष्ट किया. साथ ही, मुझे राजनीतिक क्षेत्र से जुड़े लोगों से बहुत कुछ सीखने को मिला।
उन्होंने आगे कहा, “मुझे खुशी है कि ब्लूक्राफ्ट डिजिटल फाउंडेशन ने उन अनुभवों में से कुछ को एक किताब के रूप में संकलित किया है, जिसकी प्रस्तावना एचडी देवेगौड़ा (पूर्व प्रधानमंत्री) ने लिखी है, जो खुद आपातकाल विरोधी आंदोलन के दिग्गजों में से एक थे।
अपने अनुभव सोशल मीडिया पर करें साझाः PM मोदी
अपने संघर्षों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, द इमरजेंसी डायरीज आपातकाल के वर्षों के दौरान मेरी यात्रा का वृत्तांत है. इसने उस समय की मेरी कई यादें ताजा कर दी हैं. मैं उन सभी लोगों से अनुरोध करता हूं आपातकाल के उन काले दिनों को जो लोग याद करते हैं या जिनके परिवारों ने उस दौरान कष्ट झेले हैं कि वे अपने अनुभवों को सोशल मीडिया पर साझा करें. यह 1975 से 1977 तक के शर्मनाक समय के बारे में युवाओं में जागरूकता पैदा करेगा।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने लोगों से द इमरजेंसी डायरीज- ईयर्स दैट फोर्ज्ड ए लीडर किताब पढ़ने का अनुरोध किया, जिसमें आपातकाल के खिलाफ लड़ाई में पीएम मोदी की संघर्षों पर प्रकाश डाला गया है. उन्होंने यह भी कहा कि आपातकाल और उसके परिणामों की यादों को जिंदा रखना जरूरी है. इंदिरा गांधी ने देश को परिवारवाद और व्यक्तिवाद की प्रयोगशाला में बदल दिया था।