सिंधु नौजवान मंडल के वार्षिक चुनाव संपन्न संजय जीवनानी ने संभाली कमान

सिंधु नौजवान मंडल के वार्षिक चुनाव संपन्न संजय जीवनानी ने संभाली कमा
कटनी, सिंधी समाज की अग्रण संस्था सिंधु नौजवान मंडल के चुनाव सिंधी समाज के वरिष्ठ जनों की उपस्थिति में संपन्न हुए.संजय जीवनानी विजयी हूऐ। बैठक में चुनाव अधिकारी सिंधु सेवा समिति अध्यक्ष श्री राजकुमार नानकानी,श्री अशोक पृथ्यानी,डा.राजकुमार नागवानी, श्री त्रिलोकचंद भोजवानी की मौजूदगी में प्रारंभ हुई.बैठक के दौरान पुर्व पदाधिकारियों ने सर्वप्रथम पिछले कार्यकाल मे सम्पन्न हुए कार्यों की जानकारी दी इसके पश्चात आय-व्यय का ब्यौरा प्रस्तुत किया गया पूर्व अध्यक्ष सुरेश चावला ने उनके कार्यकाल में किए गए भरपूर सहयोग के लिए सभी पदाधिकारियों कार्यकारिणी सदस्यों व समाज का आभार प्रकट कर समाज से उम्मीद जताई कि आगे भी मंडल परिवार को समाज व मंडल सदस्यों का समर्थन सहयोग मिलता रहेगा तत्पश्चात उन्होंने अपनी कार्यकारिणी को भंग कर वर्ष 2025-26 हेतु नवीन चुनाव कराने की घोषणा की जिसके बाद आगामी वर्ष हेतु समाज जनों की उपस्थिति में नवीन चुनाव कराए गए जिसमें 3 लोगों ने नामांकन भरा जिसमें एक प्रत्याशी ने अपना नाम वापस लिया इसके पश्चात शेष दो प्रत्याशियों के मध्य मतदान हुआ जिसमें संजय जीवनानी अध्यक्ष पद के चुनाव में विजयी घोषित हुए निर्वाचित होने के पश्चात श्री जीवनानी ने मंडल के समस्त सदस्यों का आभार प्रकट किया चुनाव प्रक्रिया के दौरान पूज्य सिंधी सेंट्रल पंचायत के अध्यक्ष श्री चंदूलाल जादवानी,सिंधु नौजवान मंडल से सर्वश्री कन्हैया लाल सागर,मनोहर गलानी,विजय रोहरा, मोहनलाल हिरानी,रवि पृथ्यानी,विजय हिंदुजा,राजेश रोहरा,राजकुमार गंगवानी,परसू रतनानी,दीपक भागवानी,श्रीचंद तनवानी,टेकचंद साहनी,विपिन तनवानी,गुलाब आहूजा,ईश्वर वाधवानी,सुरेश चावला,सुनील प्रथ्यानी,मनीष जीवनानी,राजकुमार पोहानी,राजा चेलानी,संजय नैनवानी,जमुनादास देवानी,दिलीप रोहरा,अशोक चेलानी,राजकुमार जीवनानी,राकेश चांदवानी,सतराम सुंदरानी,चंद्र कुमार जीवनानी,विक्की पुरस्वानी,सुशील रावलानी,मनीष जीवनानी,नारायणदास पेसवानी, राम तख्तानी,हरीश पंजवानी,राजा चेलानी,विजय जीवनानी,जयकुमार रामसिंघानी,टेकचंद साहनी,संजय जीवनानी,पुरुषोत्तम रतनानी,अमर जादवानी,मोहन सचदेवा,विनय जादवानी, घनश्याम मोहनानी,पंकज रामसिंघानी,मनीष जादवानी,आशु राजलानी,नवीन तीर्थानी आदि बड़ी संख्या में सामाजिक बंधुओं की उपस्थिति रही..