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थप्पड़ से नहीं जेल से डर लगता है साहब: थप्पड़ मेरी गलती थी, जेल से रिहाई के बाद नरेश मीणा ने सपरिवार खाटू श्याम के दरबार में की माफी-अरदास

थप्पड़ से नहीं जेल से डर लगता है साहब: थप्पड़ मेरी गलती थी, जेल से रिहाई के बाद नरेश मीणा ने सपरिवार खाटू श्याम के दरबार में की माफी-अरदास

थप्पड़ से नहीं जेल से डर लगता है साहब: थप्पड़ मेरी गलती थी, जेल से रिहाई के बाद नरेश मीणा ने सपरिवार खाटू श्याम के दरबार में की माफी-अरदास। एसडीएम से हाथापाई के मामले में सुर्खियों में आए नरेश मीणा आठ महीने बाद जेल से बाहर आने के बाद मंगलवार को अपनी मां के साथ सीधे खाटूश्यामजी के दरबार पहुंचे. यहां उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि “एसडीएम को थप्पड़ मारना और समरावता में ह‍िंसा तात्‍काल‍िक थी।

थप्पड़ से नहीं जेल से डर लगता है साहब: थप्पड़ मेरी गलती थी, जेल से रिहाई के बाद नरेश मीणा ने सपरिवार खाटू श्याम के दरबार में की माफी-अरदास

थप्पड़ से नहीं जेल से डर लगता है साहब: थप्पड़ मेरी गलती थी, जेल से रिहाई के बाद नरेश मीणा ने सपरिवार खाटू श्याम के दरबार में की माफी-अरदास
थप्पड़ से नहीं जेल से डर लगता है साहब: थप्पड़ मेरी गलती थी, जेल से रिहाई के बाद नरेश मीणा ने सपरिवार खाटू श्याम के दरबार में की माफी-अरदास

उस समय वहां जो स्थिति बनी, वह दुर्भाग्‍यपूर्ण थी, लेकिन मुझे थप्‍पड़ नहीं मारना चाह‍िए था. मीड‍िया से बात करते हुए नरेश मीणा ने कहा क‍ि मैं 20-25 साल से राजनीत‍ि जीवन में हूं, और उम्‍मीद करता था क‍ि मुझे बड़ा पद म‍िले, लेक‍िन वह नहीं म‍िल पा रहा था, जिसके बाद मैं न‍िराश हो गया था. इसके बाद मैंने सोचा क‍ि बाबा श्‍याम के दरबार में धोक लगानी चाह‍िए।

बाबा की कृपा से ही सब हो रहा”

नरेश मीणा ने कहा, “घटना से पहले खाटूश्‍यामजी आया था और मेरा ट‍िकट कट गया. इसके बाद सारे घटनाक्रम हुए. मुझे लगता है क‍ि सब बाबा की कृपा से हो रहा है. शायद मैं व‍िधायक बनकर भी इतना सबकुछ नहीं कर पाता. अब मुझे बाबा के आशीर्वाद से जनता जनार्दन का आशीर्वाद म‍िल रहा है. कोई शक्‍त‍ि है, जो मुझे कह रही है क‍ि मैं ज्‍यादा से ज्‍यादा जनता के ल‍िए काम करूं. बाबा ने मेरे ल‍िए और बड़ा सोचा है।

मैं पिछले 20-25 साल से राजनीति में हूं, बड़े पद की उम्मीद थी लेकिन वह नहीं मिल पाया. उस वक्त बहुत निराश था, लेकिन अब लग रहा है कि जो हुआ वह बाबा श्याम की कृपा से हुआ. शायद विधायक बनकर भी मुझे इतना सबकुछ नहीं मिलता. बाबा की कोई शक्ति है जो मुझे लगातार प्रेरित कर रही है कि मैं जनता के लिए और ज्यादा काम करूं.”

“घटना के बाद 8 महीने जेल में रहा”

नरेश मीणा ने बताया कि घटना के बाद उन्हें 8 महीने जेल में रहना पड़ा. “14 जुलाई को जेल से बाहर आया तो मन में पहला ख्याल यही था कि सीधा खाटूश्यामजी के दरबार जाऊं और बाबा से आशीर्वाद लूं. मैं चुनाव के बाद पैदल दर्शन करने आने वाला था, लेकिन घटना के चलते ऐसा नहीं हो सका.”

“बाबा श्याम ने मेरी अरदास सुन ली”

उन्होंने आगे कहा, “बाबा श्याम ने मेरी अरदास सुन ली और उनकी कृपा से ही मुझे जमानत मिली. अब जनता का आशीर्वाद भी मिल रहा है. मैं कामना करता हूं कि ईश्वर मुझे और शक्ति दे ताकि मैं लोगों के लिए काम कर सकूं और उनके दिलों में जगह बना सकूं.”

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