सात गोलियाँ और एक आँख: भ्रष्टाचार से लड़कर IAS बने Rinku की साहसिक यात्रा
सात गोलियाँ और एक आँख: भ्रष्टाचार से लड़कर IAS बने Rinku की साहसिक यात्रा

सात गोलियाँ और एक आँख: भ्रष्टाचार से लड़कर IAS बने Rinku की साहसिक यात्रा। मुजफ्फनगर से आए रिंकू सिंह राही सोमवार रात पुवायां के एसडीएम का पदभार ग्रहण करनेे के बाद मंगलवार को ही चर्चा में आ गए। नवागत एसडीएम ने चार्ज लेने के बाद पहले ही दिन एक वकील के मुंशी से उठक-बैठक लगवा दी। बाद में वकीलों के सामने खुद उठक-बैठक लगाई।
सात गोलियाँ और एक आँख: भ्रष्टाचार से लड़कर IAS बने Rinku की साहसिक यात्रा
शाहजहांपुर के पुवायां में अधिवक्ता एसडीएम रिंकू सिंह राही को रोकते ही रह गए लेकिन वह पांच बार उठक-बैठक कर ही रुके। उन्होंने तहसील परिसर के गंदे शौचालयों के लिए खुद को दोषी ठहराया और सजा भी दी।
इससे पहले एक अधिवक्ता ने पीछे से उनका हाथ पकड़ लिया तो उसे झिड़क दिया। अधिवक्ता कहते रहे… रहने दीजिए, रहने दीजिए, मगर वह नहीं माने। तहसील परिसर में धरने पर बैठे अधिवक्ताओं के पास जब एसडीएम गए तो उन्होंने कहा कि नारेबाजी की आवाज उनके चैंबर में नहीं आनी चाहिए।
इस पर अधिवक्ताओं ने कहा कि कांवड़ लेकर गुजर रहे श्रद्धालुओं के डीजे से तो बहुत शोर होता है। इस पर एसडीएम ने कहा कि वह यह भी देखेंगे। तब तक वकीलों ने मुंशी से उठक-बैठक कराने का मुद्दा उठा दिया।
साथ ही यह भी कहा कि जब शौचालय गंदे पड़े हैं तो लघुशंका के लिए कोई व्यक्ति कहां जाएगा। इतना सुनते ही एसडीएम ने इसके लिए अपने को जिम्मेदार मानते हुए पूछ लिया कि तहसील में सबसे बड़ा अधिकारी कौन? मौजूद लोगों ने जवाब में कहा- एसडीएम। इतना कहते ही उन्होंने उठक बैठक लगानी शुरू कर दी। इससे वकीलों समेत अन्य उपस्थित लोग हैरान रह गए। करीब 40 सेकंड के इस घटनाक्रम के बाद तहसील बार अध्यक्ष सुभाष शुक्ला ने उनसे माइक लेकर खेद जताया।सात गोलियाँ और एक आँख: भ्रष्टाचार से लड़कर IAS बने Rinku की साहसिक यात्रा