FEATUREDLatestअंतराष्ट्रीय

शांति की थाली में साजिश का स्वाद? ट्रंप और मुनीर की लंच मीटिंग पर उठे सवाल

शांति की थाली में साजिश का स्वाद? ट्रंप और मुनीर की लंच मीटिंग पर उठे सवाल

शांति की थाली में साजिश का स्वाद? ट्रंप और मुनीर की लंच मीटिंग पर उठे सवाल। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल मुनीर के साथ लंच किया. ट्रंप ने मुनीर को लंच पर क्यों बुलाया, व्हाइट हाउस ने इसका जवाब भी बैठक के बाद दे दिय।

शांति की थाली में साजिश का स्वाद? ट्रंप और मुनीर की लंच मीटिंग पर उठे सवाल
शांति की थाली में साजिश का स्वाद? ट्रंप और मुनीर की लंच मीटिंग पर उठे सवाल

दरअसल, मुनीर ने ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार देने की मांग उठाई थी, उसी के बदले उनको व्हाइट हाउस में लंच पर बुलाया गया।

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर की बुधवार को मुलाकात हुई. राष्ट्रपति ट्रंप ने मुनीर को व्हाइट हाउस में लंच पर बुलाया था. मुनीर और ट्रंप के लंच पर भारत समेत पूरी दुनिया की नजर थी. भारत में सवाल उठ रहे थे कि ट्रंप जिनका हमारे साथ अच्छा संबंध है, आखिर वह दुश्मन देश के सेना प्रमुख को इतनी तवज्जो क्यों दे रहे हैं. दोनों के बीच बैठक के बाद इस बड़े सवाल का जवाब भी मिल गया. व्हाइट हाउस ने बताया कि मुनीर को क्यों लंच का न्योता दिया गया था.ल।

व्हाइट हाउस ने कहा कि जनरल असीम मुनीर के साथ ट्रंप का लंच तय किया गया था, क्योंकि उन्होंने (मुनीर) भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रोकने के लिए ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार देने की अपील की थी ।

मुलाकात पर ट्रंप ने क्या कहा?

वहीं, इस मुलाकात पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, मैं उन्हें यहां इसलिए बुलाया क्योंकि मैं उन्हें युद्ध में न जाने और इसे समाप्त करने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं. प्रधानमंत्री मोदी कुछ समय पहले ही यहां से गए हैं और हम भारत और पाकिस्तान के साथ व्यापार समझौते पर काम कर रहे हैं… मैं बहुत खुश हूं. दो बहुत ही समझदार लोगों ने युद्ध जारी न रखने का फैसला किया. वे दो बड़ी परमाणु शक्तियां हैं. आज उनसे मिलकर मुझे सम्मानित महसूस हुआ.

ट्रंप ने कहा कि मैंने युद्ध रोक दिया. मैं पाकिस्तान से प्यार करता हूं. मुझे लगता है कि मोदी एक शानदार व्यक्ति हैं. मैंने उनसे बात की. हम प्रधानमंत्री मोदी के साथ व्यापार समझौता करने जा रहे हैं. मैंने पाकिस्तान और भारत के बीच युद्ध रोक दिया. इस व्यक्ति (असीम मुनीर) ने पाकिस्तान की तरफ से और प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की तरफ से इसे रोकने में बहुत प्रभावशाली भूमिका निभाई. दोनों ही परमाणु संपन्न देश हैं. मैंने दो प्रमुख परमाणु राष्ट्रों के बीच युद्ध रोका.ल।

‘PAK के साथ सभ्य राष्ट्र की तरह व्यवहार हो’

मुनीर को निमंत्रण वाशिंगटन द्वारा किसी सेवारत पाकिस्तानी सेना प्रमुख को दिया गया एक बड़ा संकेत माना जा रहा था. अयूब खान, जिया उल-हक और परवेज मुशर्रफ जैसे पाकिस्तानी सेना प्रमुखों को इस तरह के निमंत्रण मिलने के कई उदाहरण हैं, लेकिन वे राष्ट्रपति के पद पर भी थे. मुनीर को पिछले महीने पाकिस्तान सरकार ने फील्ड मार्शल रैंक पर पदोन्नत किया था और 1959 में अयूब खान के बाद सेना के किसी अधिकारी को पहली बार यह दर्जा दिया गया है।

पाक मीडिया के मुताबिक, मुनीर ने अपनी अमेरिकी यात्रा के दौरान पाकिस्तान के साथ एक सभ्य राष्ट्र की तरह व्यवहार करने का आग्रह किया. उन्होंने हालात को काबू करने के लिए अमेरिका के प्रयासों का भी समर्थन किया. मुनीर ने कहा, हम चाहते हैं कि यह युद्ध तुरंत समाप्त हो।

पहलगाम हमले के बाद भारत-पाक में तनाव

22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया था. आतंकी हमले का जवाब देते हुए भारत ने 6-7 मई की रात को पाकिस्तान और पीओके में कई आतंकी ठिकानों को नष्ट किया. आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई से पाकिस्तान बौखला गया और भारत पर ड्रोन से अटैक करना शुरू कर दिया।

भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान के ड्रोन को मार गिराया. पाकिस्तान की नापाक हरकत के बाद भारत ने फिर से घुसकर हमला किया और उसके कई एयरबेस को नुकसान पहुंचाया. भारत के तगड़े प्रहार से पाकिस्तान कांप गया और रहम की अपील करने के लिए अमेरिका की शरण में पहुंचा. इसके बाद पाकिस्तान के DGMO ने भारत के DGMO से बात की और शांति की अपील

Back to top button