उत्तर प्रदेश में पुलिस-डकैत मुठभेड़: सात जिलों में वांछित एक लाख का इनामी शैतान उर्फ इफ्तिखार ढेर
उत्तर प्रदेश में पुलिस-डकैत मुठभेड़: सात जिलों में वांछित एक लाख का इनामी शैतान उर्फ इफ्तिखार ढेर

उत्तर प्रदेश में पुलिस-डकैत मुठभेड़: सात जिलों में वांछित एक लाख का इनामी शैतान उर्फ इफ्तिखार ढेर। उत्तर प्रदेश के बरेली में गुरुवार तड़के SOG और तीन थानों की संयुक्त टीम ने एक लाख रुपये के इनामी डकैत शैतान उर्फ इफ्तिखार उर्फ सोल्जर को मुठभेड़ में मार (UP Police Bareilly Encounter) गिराया।
शैतान पर 7 जिलों में 19 मुकदमे दर्ज थे और वह 2012 में पुलिस कस्टडी से फरार हो गया था। उसकी तलाश में पुलिस को वर्षों से मेहनत करनी पड़ रही थी। मुठभेड़ के दौरान एक सिपाही राहुल घायल हुआ, जबकि शैतान का एक साथी मौके से फरार हो गया।
बरेली में इनामी डकैत शैतान उर्फ इफ्तिखार ढेर
गुरुवार सुबह नैनीताल रोड स्थित बिलवा पुल के पास पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने बड़ी कार्रवाई की। सूचना मिली थी कि एक लाख रुपये का इनामी डकैत शैतान उर्फ इफ्तिखार इलाके में छिपा है। पुलिस ने घेराबंदी की तो शैतान ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोलियों से वह ढेर हो गया।
फायरिंग के दौरान एसओजी का सिपाही राहुल घायल हो गया, जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मौके से एक पिस्टल, दो मैगजीन, 17 जिंदा कारतूस, ₹28,000 नकद, मोबाइल फोन और मोटरसाइकिल बरामद की है।
19 मुकदमों में वांछित था डकैत
पुलिस के अनुसार, मारे गए डकैत शैतान उर्फ इफ्तिखार के खिलाफ 7 जिलों में 19 से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज थे। वह थाना बिथरी चैनपुर में डकैती के मामले में वांछित था।
वर्ष 2006 में थाना फरीदपुर के पचौमी मंदिर के पुजारी की हत्या और डकैती में भी उसका नाम सामने आया था। इतना ही नहीं, वर्ष 2012 में बाराबंकी से पुलिस कस्टडी से फरार होने के बाद वह लगातार फरारी की जिंदगी जी रहा था। शैतान बेहद शातिर था और पुलिस को गुमराह करने के लिए लगातार नाम और पहचान बदलता रहता था।
नाम बदलकर पुलिस को देता था चकमा
सूत्रों के अनुसार, शैतान मूल रूप से कासगंज जिले के कादरगंज रोड स्थित बरी चौक का रहने वाला था। फरार होने के बाद वह गाजियाबाद जिले में टीला मोड़ थाना क्षेत्र के भूपखेड़ी गांव, जगत बट्टा में रह रहा था। वह हर बार नया नाम और पहचान अपनाकर पुलिस को चकमा देता था।
कई बार उसने खुद को मजदूर और व्यापारी बताकर अलग-अलग इलाकों में रहना शुरू किया, ताकि उसकी असली पहचान उजागर न हो सके। पुलिस के अनुसार, वह अपने गिरोह के साथ मिलकर कई राज्यों में डकैती, लूट और हत्या जैसी वारदातों को अंजाम देता था।
मुठभेड़ के बाद फरार साथी की तलाश जारी
पुलिस का कहना है कि मुठभेड़ के दौरान शैतान का एक साथी अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से भागने में सफल रहा। उसकी तलाश में आसपास के जंगल और गांवों में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
SSP बरेली ने बताया कि यह पुलिस की बड़ी सफलता है क्योंकि शैतान लंबे समय से फरारी में था और उसके खिलाफ दर्ज मामलों ने पुलिस को सिरदर्द में डाल रखा था।