
पन्ना डायमंड_NOTIFICATION जल्द: अगस्त तक GI टैग, उत्पाद पर ‘ब्रांडेड’ लोगो भी लगेगा। देश दुनिया में जेम्स क्वालिटी के लिए विख्यात मध्य प्रदेश के पन्ना के हीरे अब ब्रांड लोगो के साथ बाजार में उतरने की तैयारी में हैं. दुनियाभर में अपनी खास चमक के लिए पहचाने जाने वाले इन हीरों को जल्द ही ज्योग्राफिकल इंडिकेशन (जीआई) टैग मिल सकता है।
पन्ना डायमंड_NOTIFICATION जल्द: अगस्त तक GI टैग, उत्पाद पर ‘ब्रांडेड’ लोगो भी लगेगा
बता दें कि मंगलवार को चेन्नई स्थित इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी इंडिया कार्यालय ने प्रक्रिया के तहत खनन विभाग से हीरों के भौगोलिक क्षेत्र, उत्पादन, उत्पादकों की संख्या और विशेषताओं से जुड़ी जानकारी मांगी है. जिला खनिज कार्यालय पन्ना ने यह जानकारी भेज दी है. जबकि लोगों का डिजाइन एक-दो दिन में भेजा जाएगा।
देश-विदेश में ‘ब्रांड लोगो’ के साथ अपनी विशिष्ट पहचान
बता दें कि जीआई टैग के लिए साल 2023 में आवेदन किया गया था. जीआई टैग की बची हुई औपचारिकताएं अगस्त तक पूरी होने की उम्मीद है. टैग मिलने के बाद पन्ना के हीरे देश-विदेश में ‘ब्रांड लोगो’ के साथ अपनी विशिष्ट पहचान के साथ बिक सकेंगे।
हीरों को कानूनी मान्यता मिलेगी

कलेक्टर सुरेश कुमार ने बताया कि जीआई टैग से पन्ना के हीरों को कानूनी मान्यता मिलेगी. कोई अन्य क्षेत्र पन्ना के नाम का उपयोग नहीं कर सकेगा. हीरों की ब्रांड वैल्यू बढ़ेगी और खरीदारों को भरोसेमंद स्रोत से प्रमाणित हीरा मिलेगा. पन्ना के हीरों में हल्का हरा रंग और कार्बन लाइन स्पष्ट होती है, जो इन्हें कटिंग व चमक के लिहाज से खास बनाती है।