मुसलमानों को ₹100 में, मुझे ₹25 में पेट्रोल दो: गोगोई का BJP पर तीखा व्यंग्य
मुसलमानों को ₹100 में, मुझे ₹25 में पेट्रोल दो: गोगोई का BJP पर तीखा व्यंग्य

मुसलमानों को ₹100 में, मुझे ₹25 में पेट्रोल दो: गोगोई का BJP पर तीखा व्यंग्य, असम के शिवसागर से विधायक और रायजोर दल के अध्यक्ष अखिल गोगोई ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने हालिया सांप्रदायिक तनाव और महंगाई को लेकर सरकार की आलोचना की, यहां तक कहा कि सस्ते पेट्रोल के लिए वो हिंदू बनने को तैयार हैं. मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर उन्होंने सांप्रदायिक तनाव फैलाने का आरोप लगाया है
मुसलमानों को ₹100 में, मुझे ₹25 में पेट्रोल दो: गोगोई का BJP पर तीखा व्यंग्य
रायजोर दल के अध्यक्ष और असम की शिवसागर सीट से विधायक अखिल गोगोई ने बीजेपी पर हमला बोला है. उन्होंने मंदिर में गोमांस फेंकने को लेकर हाल ही में हुए सांप्रदायिक तनाव को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा सरकार की आलोचना भी की. साथ ही उन्होंने ये भी कहा, जब भी महंगाई की बात करता हूं तो मुख्यमंत्री दावा करते हैं कि मैं हिंदू विरोधी हूं. अगर हिंदू बनने से कीमतें कम हो सकती हैं तो मैं भी हिंदू बन जाऊंगा. मुसलमानों के लिए पेट्रोल 100 रुपये और मेरे लिए 25 रुपये कर दो, मैं भाजपा में शामिल हो जाऊंगा

विधायक अखिल गोगोई ने कहा कि कांग्रेस के साथ प्रस्तावित गठबंधन राजनीतिक लाभ के लिए नहीं है. इसका उद्देश्य राज्य और लोगों के भविष्य की रक्षा करना है. उन्होंने असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गौरव गोगोई और कांग्रेस नेताओं से भी गठबंधन को नैतिक और रणनीतिक आवश्यकता के रूप में मानने का आग्रह किया. अखिल गोगोई ने कहा कि हम अपने दम पर कम सीटें जीत सकते हैं. यह गठबंधन सत्तारूढ़ भाजपा को हराने के लिए है.
अखिल गोगोई ने आरोप लगाया कि मौजूदा राज्य सरकार पुलिस को डराकर शासन चला रही है. जब तक इस अत्याचारी सरकार को राजनीतिक रूप से निष्कासित नहीं किया जाता, तब तक असम के लोगों को सच्ची आजादी का एहसास नहीं होगा. आप हिंदुओं और मुसलमानों के बीच नफरत फैलाकर राज्य पर शासन नहीं कर सकते. उन्होंने भाजपा पर देश की संपत्ति बेचने और विभाजनकारी राजनीति में शामिल होने का आरोप लगाया.
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मैं मुख्यमंत्री होता तो उन्हें फांसी पर चढ़ा देता
शिवसागर विधायक ने कहा कि राज्य में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के लिए मुख्यमंत्री सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं. यह बार-बार साबित हो चुका है कि उनके पार्टी कार्यकर्ताओं ने मंदिर में गोमांस भूना. इस तरह के कृत्य को भड़काने के लिए हिमंत बिस्वा सरमा को जेल में होना चाहिए था. अगर मैं मुख्यमंत्री होता तो उन्हें 27 बार फांसी पर चढ़ा देता.