भारतीय संस्कृति और शिक्षा की मूल भावना में निहित वसुधैव कुटुंबकम के महत्व पर कन्या महाविद्यालय में हुआ व्याख्यान माला का आयोजन

भारतीय संस्कृति और शिक्षा की मूल भावना में निहित वसुधैव कुटुंबकम के महत्व पर कन्या महाविद्यालय में हुआ व्याख्यान माला का आयोज
कटनी-भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ के तत्वाधान में भारतीय ज्ञान परंपरा पर आधारित वसुधैव कुटुंबकम की अवधारणा पर व्याख्यान का आयोजन शासकीय कन्या महाविद्यालय, कटनी में भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ के तत्वाधान में तथा उच्च शिक्षा विभाग, मध्य प्रदेश शासन के निर्देशानुसार भारतीय ज्ञान परंपरा पर आधारित वसुधैव कुटुंबकम की अवधारणा पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस व्याख्यान का उद्देश्य भारतीय संस्कृति और शिक्षा की मूल भावना में निहित वसुधैव कुटुंबकम के महत्व को उजागर करना था। भारतीय ज्ञान परंपरा की यह अवधारणा न केवल ज्ञान-विज्ञान के आदान-प्रदान पर बल देती है, बल्कि जीवन में नैतिकता, अनुशासन और मानवीय मूल्यों के समावेश को भी आवश्यक मानती है।कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. चित्रा प्रभात के मार्गदर्शन में माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और वंदना के साथ हुआ। अपने उद्बोधन में डॉ. प्रभात ने कहा कि भारतीय संस्कृति हमारी अमूल्य धरोहर है, जो विश्व बंधुत्व और सार्वभौमिक शांति का संदेश देती है। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे वसुधैव कुटुंबकम की भावना को अपने जीवन में आत्मसात करें। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता श्री प्रफुल्ल सोनी जिला समन्वयक अखिल भारतीय गायत्री परिवार कटनी एवं शैलेष सौलंकी उपस्थित रहे । प्रफुल्ल सोनी अपने उदबोधन में भारतीय धर्म एवं संस्कृति की वसुधैव कुटुंबकम की अवधारणा और सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया। पर आधरित विचार धारा को स्पष्ट किया । सम्पूर्ण विश्व में भारत के विश्व गुरू होने की विकसित भारत 2047 पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया और छात्राओ से अपना योगदान देने के लिए उन्हे प्रेरित किया । भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ की प्रभारी डॉ. साधना जैन का विशेष सहयोग रहा। उनके समन्वय और प्रयास से यह आयोजन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम में डॉ. विमला मिंज, डॉ. रश्मि चतुर्वेदी, बन्दना मिश्रा, डॉ. रोशनी पाण्डेय, डॉ. अशोक शर्मा, श्री भीम बर्मन, प्रेमलाल कॉवरे, प्रियंका सोनी, आंजनेय तिवारी, डॉ. पीसी कोरी,डॉ सोनिया कश्यप, डॉ. प्रतिमा सिंह, श्रीमती सृष्टि श्रीवास्तव, डॉ. अनिल द्विवेदी, डॉ. अशुतोष द्विवेदी, डॉ. रंजना वर्मा, डॉ. श्रद्धा वर्मा, डॉ. अनिका वालिया, डॉ. मैत्रेयी शुक्ला, डॉ.अपर्णा मिश्रा, सुश्री पूजा सिंह राजपूत, डॉ. अनिल द्विवेदी, डॉ. अशुतोष द्विवेदी, डॉ. रंजना वर्मा एवं छात्राएं उपस्थित रहे ।