क्या उबालना ही काफी है? जानें पीने के पानी को पूरी तरह सुरक्षित बनाने की हकीकत
क्या उबालना ही काफी है? जानें पीने के पानी को पूरी तरह सुरक्षित बनाने की हकीकत

क्या उबालना ही काफी है? जानें पीने के पानी को पूरी तरह सुरक्षित बनाने की हकीकत। पानी हमारी सेहत का अहम हिस्सा है, लेकिन इसमें मौजूद कीटाणु कई बार गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं. ऐसे में लोग अक्सर मानते हैं कि पानी को उबालना ही सबसे सुरक्षित तरीका है. लेकिन क्या उबालने से वाकई पानी पूरी तरह बैक्टीरिया-मुक्त हो जाता है या यह सिर्फ एक आम धारणा है? आइए जानते हैं
पीने के पानी
पानी हमारे जीवन के लिए जरूरी है, लेकिन कई बार इसमें हानिकारक बैक्टीरिया, वायरस और पैरासाइट्स मौजूद हो सकते हैं. ये कीटाणु पानी गंदा होने, पाइपलाइन लीकेज, या अस्वच्छ स्टोरेज की वजह से पनपते हैं. बैक्टीरिया युक्त पानी पीने से डायरिया, टाइफाइड, कॉलरा और फूड पॉइजनिंग जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. लंबे समय तक ऐसे पानी का सेवन शरीर की इम्यूनिटी को कमजोर कर सकता है और गंभीर संक्रमणों का कारण बन सकता है. बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में इसका असर और भी ज्यादा खतरनाक हो सकता है. इसलिए साफ और सुरक्षित पानी पीना सेहत बनाए रखने के लिए बेहद जरूरी है.
साफ पानी पीना हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है. शुद्ध पानी शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है और पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है. यह त्वचा को हाइड्रेटेड और चमकदार बनाए रखता है तथा शरीर के तापमान को कंट्रोल करता है. साफ पानी पीने से किडनी सही तरह से काम करती है और यूरिनरी इंफेक्शन जैसी समस्याओं का खतरा कम होता है. इसके अलावा, यह एनर्जी के स्तर को बनाए रखता है, जो रोजमर्रा के कामकाज में मदद करता है. जब शरीर को बैक्टीरिया रहित पानी मिलता है, तो इम्यूनिटी मजबूत रहती है और बीमारियों से बचाव होता है. इसलिए हमेशा साफ और सुरक्षित पानी पीने की आदत डालनी चाहिए.
आरएमएल हॉस्पिटल में मेडिसिन विभाग में डॉ. सुभाष गिरी बताते हैं कि पानी को उबालना बैक्टीरिया और कई हानिकारक तत्वों को मारने का एक प्रभावी तरीका माना जाता है. जब पानी को 1-3 मिनट तक उबाला जाता है, तो ज्यादातर कीटाणु और वायरस मर जाते हैं, जिससे पानी पीने के लायक हो जाता है. हालांकि, यह कहना कि उबालने से सभी बैक्टीरिया पूरी तरह खत्म हो जाते हैं, पूरी तरह सही नहीं है. कुछ बैक्टीरिया के स्पोर्स और केमिकल प्रदूषक उबालने से नहीं हटते हैं. उबाले हुए पानी को स्वच्छ बर्तन में सही तरीके से स्टोर करना भी जरूरी है, क्योंकि अगर यह दोबारा प्रदूषित हो जाए तो इसका फायदा खत्म हो जाता है. इसलिए पानी को उबालने के साथ-साथ पानी की सप्लाई और स्टोरेज की सफाई पर भी ध्यान देना चाहिए.
इन बातों का रखें ध्यान
- पानी को कम से कम 1-3 मिनट तक उबालें.
- उबाले हुए पानी को ढककर और साफ बर्तन में रखें.
- उबालने से पहले पानी को छान लें ताकि गंदगी हट जाए.
- जहां संभव हो, पानी को फिल्टर करके फिर उबालें.
- स्टोरेज कंटेनर को समय-समय पर साफ करें.
- लंबे समय तक रखे उबले पानी को पीने से बचें.
- अगर पानी की सप्लाई बहुत प्रदूषित है, तो उबालने के अलावा उचित फिल्ट्रेशन अपनाएं.