डीआरएम कार्यालय का अधिकारी बनकर साइबर ठग ने की 19 लाख की ठगी, कटनी पुलिस की साइबर सेल टीम ने वापस दिलाए 12 लाख

कटनी(YASHBHARAT.COM)। ठगी के एक मामले में कटनी को बड़ी सफलता मिली है। सेवानिवृत्त रेलकर्मी से फर्जी डीआरएम(मंडल रेल प्रबंधक) बनकर 12 लाख की ठगी के मामले में कटनी पुलिस को रकम बरामद करने में सफलता मिली है। कटनी निवासी सेवानिवृत्त रेलकर्मचारी के द्धारा अपने साथ हुई जालसाजी की शिकायत पुलिस से की गई थी। पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा के निर्देश पर साइबर सेल की टीम सक्रिय हुई और ठगी की 12 लाख रूपए की रकम को रिकवर करने में उसे सफलता मिली। इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक बीती 9 नवंबर में सेवानिवृत्त रेलकर्मचारी को एक अज्ञात मोबाइल नंबर से फोन आया और फोन करने वाले व्यक्ति ने अपने आपको डीआरएम(मंडल रेल प्रबंधक) का अधिकारी बताया। फोन करने वाले व्यक्ति ने सेवानिवृत्त कर्मचारी को उसकी सर्विस व बैंक खातों की डिटेल बताकर उसका विश्वास जीत लिया। इसके बाद ठग ने रेल कर्मचारी से बैंक डिटेल और ओटीपी लेकर उसके खाते से 19 लाख रूपए आनलाइन निकाल लिए। जिसकी शिकायत सेवानिवृत्त रेलकर्मचारी के द्धारा पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा से की गई। पुलिस अधीक्षक के निर्देश और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. संतोष डेहरिया के मार्गदर्शन में साइबर सेल के निरीक्षक अनूप सिंह ठाकुर के नेतृत्व में आरक्षक चंदन प्रजापति, अमित श्रीपाल, बंशूभम गौतम की टीम सक्रिय हुई और सबसे पहले संदिग्ध बैंक खातों को फ्रिज कराया। इसके बाद समय रहते बैंकिंग चैनलों के माध्यम से राशि को संरक्षित कराया। परिणाम स्वरूप 12 लाख रूपए सफलता पूर्वक रिकवर कर पीडि़त को राहत दिलाई गई।
साइबर ठगों से रहें सावधान
कटनी पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि वो साइबर ठगों से सावधान रहें। एटीएम कार्ड के आगे-पीछे के नंबर सीव्हीव्ही, ओटीपी, पिन व बैंक खाता नंबर, पासवर्ड, केवायसी या पीपीओ विवरण कभी भी फोन पर किसी अनजान व्यक्ति से शेयर न करें क्योंकि बैंक कभी भी अपने खाता धारक से यह सब जानकारी फोन के माध्यम से नहीं मांगता।







