सतना और मैहर में गैस सिलेंडर आपूर्ति पर संकट, हज़ारों घरों के चूल्हे प्रभावित
सतना और मैहर में गैस सिलेंडर आपूर्ति पर संकट, हज़ारों घरों के चूल्हे प्रभावित

सतना और मैहर में गैस सिलेंडर आपूर्ति पर संकट, हज़ारों घरों के चूल्हे प्रभावित। त्योहारी और विवाह सीजन शुरू हो चुका है, जिससे गैस की मांग और बढ़ रही है। सबसे अधिक असर सतना शहर, मैहर और चित्रकूट में देखा जा रहा है, जहां हजारों परिवारों, होटलों और भोजनालयों को गैस की किल्लत झेलनी पड़ रही है। चित्रकूट के धर्मस्थलों में भी यात्रियों के भोजन प्रबंधन पर असर पड़ने लगा है।
सतना और मैहर में गैस सिलेंडर आपूर्ति पर संकट, हज़ारों घरों के चूल्हे प्रभावित
सतना और मैहर समेत दोनों जिलों में रसोई गैस का संकट गहराता जा रहा है। बीते एक महीने से आईओसीएल, एचपीसीएल और बीपीसीएल की गैस आपूर्ति बाधित होने के कारण करीब साढ़े पांच लाख उपभोक्ताओं के घरों में चूल्हे ठंडे पड़ने की नौबत आ गई है। स्थिति इतनी गंभीर हो चुकी है कि कई एजेंसियों में सिलेंडरों का स्टॉक पूरी तरह खत्म होने के कगार पर है।
आधा ही मिल रही सप्लाई, हजारों बुकिंग अटकी
तेल कंपनियों से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, रिफिलिंग प्लांटों में गैस की कमी के कारण एजेंसियों तक केवल 40–50 प्रतिशत सिलेंडर ही पहुंच रहे हैं। सामान्य दिनों में जहां रोजाना हजारों सिलेंडर की डिलीवरी होती थी, वहीं अब सप्लाई 20 प्रतिशत तक सिमट गई है। बीते चार दिनों में एक हज़ार से अधिक उपभोक्ताओं की बुकिंग वेटिंग लिस्ट में फंसी पड़ी है।
विवाह सीजन और बिगड़ेंगे हालात
सतना जिले में इस समय त्योहारी और विवाह सीजन शुरू हो चुका है, जिससे गैस की मांग और बढ़ रही है। सबसे अधिक असर सतना शहर, मैहर और चित्रकूट में देखा जा रहा है, जहां हजारों परिवारों, होटलों और भोजनालयों को गैस की किल्लत झेलनी पड़ रही है। चित्रकूट के धर्मस्थलों में भी यात्रियों के भोजन प्रबंधन पर असर पड़ने लगा है।
कंपनियों और प्रशासन की बेरुखी
उपभोक्ताओं का कहना है कि न तो तेल कंपनियों ने आपूर्ति बहाल करने की पहल की, और न ही प्रशासन ने कोई ठोस कदम उठाया। अगर हालात जल्द नहीं सुधरे, तो संपूर्ण जिले में रसोई पूरी तरह ठप पड़ सकती है।
जनता में बढ़ी नाराजगी
उपभोक्ताओं का कहना है कि सरकार जहां ‘हर घर रसोई गैस’ का दावा कर रही है, वहीं मैहर और सतना में सिलेंडर मिलना मुश्किल हो गया है। अगर स्थिति जल्द नहीं सुधरी, तो जनता सड़कों पर उतरने को मजबूर होगी। “तेल कंपनियों और प्रशासन की लापरवाही ने लाखों परिवारों को परेशानी में डाल दिया है। हालात अब नियंत्रण से बाहर होते जा रहे हैं। सतना और मैहर में गैस सिलेंडर आपूर्ति पर संकट, हज़ारों घरों के चूल्हे प्रभावित’







