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बरगवां में अनुमति के विपरीत बन रही बहुमंजिला इमारत, नगर निगम आयुक्त तक पहुंची शिकायत, शिकायतकर्ता ने की अवैध निर्माण को तोडऩे की मांग

बरगवां में अनुमति के विपरीत बन रही बहुमंजिला इमारत, नगर निगम आयुक्त तक पहुंची शिकायत, शिकायतकर्ता ने की अवैध निर्माण को तोडऩे की मांग

कटनी। नगर निगम क्षेत्र में बिना अनुमति के अवैध निर्माण हो रहे हैं। बिना नक्शा पास कराए ही शहर में रोजाना दर्जनों निर्माण हो रहे हैं। इनमें मकान, दुकान व कामर्शियल काम्पलेक्स तक शामिल हैं। नियमों को दरकिनार कर शहर में न केवल कई मंजिला भवन बन रहे हैं बल्कि बेसमेंट तक बनाए जा रहे हैं।

हालांकि नगर निगम नोटिस देकर अपनी ड्यूटी बजा रहा है, बावजूद इसके न तो लोग अवैध निर्माण करने से रुक रहे हैं और न ही नक्शे पास करा रहे हैं। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि नक्शा पास कराने के लिए आवेदन करने वालों की संख्या बहुत कम है। ऐसा नहीं कि अवैध निर्माण कार्यों की जानकारी निगम प्रशासन के पास नहीं हैं।

ऐसे निर्माण कार्यों की शिकायत भी लोग कर रहे हैं। इसके बावजूद नगर निगम प्रशासन के द्धारा ऐसे अवैध निर्माण कार्यों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। शहर के बरगवां क्षेत्र में बन रहे एक कामर्शियल काम्पलेक्स की शिकायत नगर निगम आयुक्त से की गई है। वंशस्वरूप वार्ड निवासी आशीष सोनी नामक युवक के द्धारा इसकी शिकायत आयुक्त से करके कार्रवाई की मांग की गई है।

शिकायतकर्मा आशीष सोनी का आरोप है कि नगर निगम की अनुमति के विपरीत बहुमंजिला कामर्शियल बिल्डिंग का निर्माण कराया जा रहा है। इसलिए नगर निगम आयुक्त की भूमिका पर जांच कर जारी अनुज्ञा पी.एम.टी./के.ए.टी./0436/226/2024 को निरस्त किया जाए। शिकायत के मुताबिक मदन मोहन चौबे वार्ड, डन कालोनी, प्लाट नंबर 146/68, 147/68, 148/68, 149/68 एन.बी.29 पीएटी, एस.नंबर 42 नामक क्षेत्र में बहुमंजिला कामर्शियल बिल्डिंग का कार्य प्रगति पर है।

उक्त कामर्शियल बिल्डिंग का निर्माण अनुमति के विपरीत हाऊसिंग बोर्ड कालोनी निवासी शुचि खान पत्नी नाजिम खान के द्धारा कराया जा रहा है। जारी अनुज्ञा स्वीकृत मानचित्र में नियमानुसार निगम प्रावधानों के तहत जो खुला स्थान छोड़ा जाना था नहीं छोड़ा गया है। सामने की तरफ पार्किंग के लिये स्थान पर भी 100 प्रतिशत निर्माण कार्य करा लिया गया है।

शिकायतकर्ता का यह भी आरोप है कि उक्त निर्माण के लिये नगर निगम से नामांतरण एवं कर निर्धारण की प्रक्रिया भी दस्तावेजों को छुपाकर की गई है। ऐसी स्थिति में यह गंभीर प्रश्न उत्पन्न होता है कि बिना वैध दस्तावेजों और प्रक्रियाओं के किस आधार पर इस बहुमंजिला कामर्शियल भवन का निर्माण स्वीकृत हुआ एवं निर्माणकर्ता के द्वारा अनुमति के विपरीत मेन रोड से लगी हुई भूमि पर जहां से प्रतिदिन जिला प्रशासन व नगर निगम प्रशासन के अधिकारियों का आना-जाना लगा रहता है, धड़ल्ले से बहुमंजिला इमारत को बनाया जा रहा है।

शिकायतकर्ता के मुताबिक अधिकारियों की नाक के नीचे अनुमति के विपरीत बिल्डिंग का निर्माण कार्य धड़ल्ले से कराया जा रहा है। जिससे यह स्पष्ट होता है कि नगर निगम प्रशासन विशेषत: नगर निगम आयुक्त एवं अनुज्ञा शाखा के अधिकारी, क्षेत्रीय उपयंत्री की भूमिका संदिग्ध है। शिकायतकर्ता ने उक्त निर्माण कार्य के लिए नगर निगम आयुक्त व संबंधित अधिकारियों की भूमिका की जांच कराते हुए निर्माण कार्य पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने और अनुमति के विपरीत किए गए निर्माण को तोडऩे की मांग की है।

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