मुआवजा दिलाने के नाम पर बीट गार्ड ने मांगे 3.5 लाख, EOW ने रंगेहाथ पकड़ा
मुआवजा दिलाने के नाम पर बीट गार्ड ने मांगे 3.5 लाख, EOW ने रंगेहाथ पकड़ा

मुआवजा दिलाने के नाम पर बीट गार्ड ने मांगे 3.5 लाख, EOW ने रंगेहाथ पकड़ा। लालबर्रा के नवेगांव के ग्रामीणों के विस्थापन प्रक्रिया में मिली राशि दिलाने के नाम पर वन विभाग के एक बीट गार्ड को ईओडब्ल्यूडी जबलपुर ने रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा है। गुरुवार को दोपहर 11.30 बजे ये कार्रवाई हुई। टीम ने पश्चिम वन परिक्षेत्र लालबर्रा के बीट गार्ड मत्तम नगपुरे को उस समय ट्रैप किया, जब वह नवेगांव के राजेन्द्र धुर्वे के साथ एसबीआई बैंक आया था।
मुआवजा दिलाने के नाम पर बीट गार्ड ने मांगे 3.5 लाख, EOW ने रंगेहाथ पकड़ा
वह राजेन्द्र से तीन लाख रुपये निकालने के लिए आहरण पर्ची भरा रहा था, तभी ईओडब्ल्यूडी की टीम ने उसे बैंक के बाहर पकड़ लिया। डीएसपी मंजीत सिंह ने बताया कि आरोपित बीट गार्ड राजेन्द्र से मुआवजा राशि दिलाने के नाम पर चार लाख रुपये की मांग कर रहा था। ये डील 3.5 लाख रुपये हुई। बीट गार्ड राजेन्द्र से पहले ही 50 हजार रुपये ले चुका है। शेष तीन लाख रुपये के लिए वह ग्रामीण के साथ गुरुवार को बैंक पहुंचा था।
वह ग्रामीण से उसे खाते में आई मुआवजा राशि से तीन लाख रुपये निकालने का दबाव बना रहा था। बता दें कि बाघ सहित अन्य वन्यप्राणियों के बढ़ते हमलों को देखते हुए सोनेवानी, चिखलाबड्डी और नवेगांव का विस्थापन किया जा रहा है। इन तीनों गांवों के ग्रामीणों को 15-15 लाख रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से शासन से मुआवजा राशि दी जा रही है।
नवेगांव के जिस राजेन्द्र से बीट गार्ड ने चार लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी, उसके परिवार में पांच सदस्यों को 15-15 लाख के हिसाब से 75 लाख रुपये मिलने हैं। इसमें 20 लाख रुपये राजेन्द्र के बैंक खाते में आ चुके हैं। शेष 55 लाख रुपये की राशि दिलाने के नाम पर बीट गार्ड ग्रामीण से चार लाख रुपये की डिमांड कर रहा था। ईओडब्ल्यू की टीम लालबर्रा के रेस्टहाउस में आरोपित बीट गार्ड से पूछताछ कर रही है। मुआवजा दिलाने के नाम पर बीट गार्ड ने मांगे 3.5 लाख, EOW ने रंगेहाथ पकड़ा