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DMK ने जस्टिस G.R. स्वामीनाथन के खिलाफ महाभियोग की तैयारी तेज की; कार्तिगई दीपम विवाद ने बढ़ाया तनाव

DMK ने जस्टिस G.R. स्वामीनाथन के खिलाफ महाभियोग की तैयारी तेज की; कार्तिगई दीपम विवाद ने बढ़ाया तनाव। मिलनाडु में सियासी हलचल तेज हो गई है। सत्तारूढ़ द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (DMK) पार्टी ने मद्रास हाई कोर्ट के जज जस्टिस जी.आर. स्वामीनाथनके खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। DMK सांसदों ने सोमवार से ही इस प्रस्ताव के लिए हस्ताक्षर जुटाने शुरू कर दिए हैं।

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क्या है विवाद?

जस्टिस स्वामीनाथन ने सुब्रमण्यस्वामी मंदिर प्रशासन को आदेश दिया था कि वे पास स्थित दीपथून स्तंभ पर कार्तिगई दीपम जलाना सुनिश्चित करें। यह आदेश 3 दिसंबर 2025 को दिया गया था। DMK का आरोप है कि यह आदेश साम्प्रदायिक तनाव भड़का सकता है और 2017 में हाई कोर्ट की खंडपीठ के फैसले के खिलाफ जाता है। DMK का कहना है कि जस्टिस के आदेश के बाद मंदिर परिसर में तनाव बढ़ा और पुलिस को हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को नियंत्रित करना पड़ा। घटना में एक हेड कॉन्स्टेबल घायल भी हुआ।

 

क्या है कार्तिगई दीपम विवाद?

मदुरै से 10 किमी दूर स्थित तिरुपरनकुंद्रम पहाड़ी पर सुब्रमण्यस्वामी मंदिर है। यहां की चोटी पर प्राचीन दीपथून स्तंभ पर सदियों से कार्तिगई दीपम जलाया जाता रहा है। आरोप है कि ब्रिटिश काल से ही कुछ समूहों ने इस क्षेत्र पर नियंत्रण की कोशिश की और 17वीं शताब्दी में यहां सिक्कंदर बदूषा दरगाह का निर्माण होने के बाद विवाद और बढ़ गया।

DMK ने जस्टिस G.R. स्वामीनाथन के खिलाफ महाभियोग की तैयारी तेज की; कार्तिगई दीपम विवाद ने बढ़ाया तनाव

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जस्टिस के आदेश के बाद क्या हुआ?

3 दिसंबर की शाम दीप जलाने के समय मंदिर प्रशासन ने ऊची पिल्लैयार मंदिर परिसर में दीप जलाया, लेकिन दीपथून पर दीप नहीं जलाया। भक्तों ने जब इस पर आपत्ति उठाई तो पुलिस ने बैरिकेड लगाकर रास्ता रोक दिया। इसी दौरान धक्का-मुक्की और झड़प की खबरें सामने आईं।

CPM भी मैदान में – CJI से शिकायत करेगी

DMK के बाद अब **कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) भी जस्टिस स्वामीनाथन के खिलाफ मोर्चा खोल चुकी है। पार्टी ने कहा है कि वे CJI सूर्यकांत को औपचारिक शिकायत भेजेंगे। CPM का आरोप है कि जस्टिस के अनेक फैसले धर्मनिरपेक्ष मूल्यों के खिलाफ रहे हैं और “एक विशेष वर्ग” के पक्ष में दिए गए हैं।

 

 

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