40 साल पुराना पुल गिरा, वाहन नहीं रोके गए- लोगों का गुस्सा फूटा; सुरक्षा में भारी लापरवाही के आरोप
40 साल पुराना पुल गिरा, वाहन नहीं रोके गए- लोगों का गुस्सा फूटा; सुरक्षा में भारी लापरवाही के आरोप

40 साल पुराना पुल गिरा, वाहन नहीं रोके गए- लोगों का गुस्सा फूटा; सुरक्षा में भारी लापरवाही के आरोप। मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में एक बड़ा हादसा होने से टल गया. यहां के एक गांव के पुल का तकरीबन 50 फिट हिस्सा भरभरा का गिर गया।
40 साल पुराना पुल गिरा, वाहन नहीं रोके गए- लोगों का गुस्सा फूटा; सुरक्षा में भारी लापरवाही के आरोप
बीते आठ दिन से इस ब्रिज के नीचे काम चल रहा था. गनीमत रही जैसे ही पुल गिरा मजदूर भाग गए. हालांकि, इस दौरान पुल के ऊपर चलने वाले वाहन नहीं रुके, जिससे दो बाइक सवार पुल के नीचे गिर गए. इस हादासे में चार लोग घायल हो गए।
मामला जिले के बरेली तहसील में स्थित बरेली-पिपरिया मार्ग के नया गांव का है. यहां का एक 40 से 50 साल पुराना पुल भरभरा कर गिर गया. इस घटना के दौरान चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें भोपाल रेफर कर दिया गया. मामले की जानकारी मिलने पर एमपीआरडीसी और राज्य स्वास्थ्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल घटना स्थल पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली।
मंत्री ने दिया जांच के आदेश
घटना के बाद मंत्री ने अधिकारियों को तत्काल आदेश दिया कि जितने भी पुराने पुल जो 40 से अधिक वर्ष पुराने हैं, चाहे वह नेशनल हाईवे के हो या स्टेट हाईवे के उन्हें तत्काल जांच कर सुरक्षित किए जाएं. मामले को लेकर गांव वालों का कहना है कि यह पुल कई सालों से क्षतिग्रस्त था, लेकिन संबंधित अधिकारियों ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया. हादसे से आठ दिन पहले ही इस पुल के नीचे मरम्मत का काम शुरू हुआ था.
लोगों ने उठाए सवाल
मामले में लोग सवाल कर रहे हैं कि जब पुल पर काम चल रहा था तो उस वाहनों की अनुमति क्यों दी गई. उसे बंद क्यों नहीं किया गया. लोग यह भी सवाल कर रहे हैं कि बगैर सुरक्षा के मजदूर कैसे काम कर रहे थे. अगर हादसे के दौरान मजदूरों के साथ कोई अनहोनी हो जाती तो जिम्मेदार कौन होता. लोगो का कहना है कि एमपीआरडीसी आखिर पुराने पुलों का रखरखाव क्यों नहीं कर पा रही क्या ये ऐसे ही हादसों का इंतजार करती रहेगी।
40 साल पुराना पुल गिरा, वाहन नहीं रोके गए- लोगों का गुस्सा फूटा; सुरक्षा में भारी लापरवाही के आरोप







