हार्दिक ने खेली शानदार पारी फिर भी साउथ अफ्रीका मजबूत

केपटाउन।हार्दिक पांड्या के जबर्दस्त प्रदर्शन (93 रन और 2 विकेट) के बावजूद दक्षिण अफ्रीका शनिवार को पहले टेस्ट मैच में भारत के खिलाफ सुखद स्थिति में पहुंच गया। द. अफ्रीका ने दूसरे दिन की समाप्ति के समय तक दूसरी पारी में 20 ओवरों में 2 विकेट पर 65 रन बना लिए। हाशिम अमला 4 और नाइट वॉचमैन कगिसो रबाडा 2 रन बनाकर क्रीज पर हैं।
इस तरह द. अफ्रीका ने कुल 142 रनों की बढ़त हासिल कर ली जबकि उसके 8 विकेट शेष हैं। इससे पहले द. अफ्रीका के पहली पारी के 386 रनों के जवाब में हार्दिक पांड्या के 93 रनों की मदद से भारत की पहली पारी 209 रनों पर समाप्त हुई।
ऐडन मार्करैम और डीन एल्गर ने दक्षिण अफ्रीका को दूसरी पारी में तेज शुरुआत दिलाई। हार्दिक पांड्या ने इन दोनों को पैवेलियन लौटाया। मार्करैम (35) ने पांड्या की गेंद को पुल करने की कोशिश में पाइंट पर भुवी को कैच थमाया। उन्होंने एल्गर के साथ पहले विकेट के लिए 52 रन जोड़े। इसके बाद पांड्या ने एल्गर (25) को विकेटकीपर साहा के हाथों झिलवाया।
इसके पूर्व भारत ने दूसरे दिन सुबह 28/3 से आगे खेलना शुरू किया। दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाजी आक्रमण का पुजारा और रोहित ने संयम के साथ सामना किया। पहले एक घंटे के खेल में इन्होंने मात्र 18 रन जोड़े। भारत को दिन का पहला झटका रबाडा ने दिया जब उन्होंने रोहित को एलबीडब्ल्यू किया।
रोहित को अंपायर ने आउट दिया, जिस पर भारतीय बल्लेबाज ने रिव्यू लिया लेकिन फैसला उनके खिलाफ ही रहा। भारत की उम्मीदें अब चेतेश्वर पुजारा पर टिक गई थी, लेकिन वे बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे। पुजारा 26 रन बनाकर फिलेंडर की गेंद पर दूसरी स्लिप में प्लेसिस को कैच थमा बैठे। अश्विन 12 रन बनाकर फिलेंडर की गेंद पर विकेटकीपर डी कॉक को कैच थमा बैठे। डेल स्टेन ने रिद्धिमान साहा को खाता भी नहीं खोलने दिया, साहा उनकी गेंद पर एलबीडब्ल्यू हुए।
हार्दिक पांड्या ने विकट परिस्थिति में भी जबर्दस्त प्रदर्शन किया और 46 गेंदों पर 10 चौकों की मदद से फिफ्टी पूरी की। 92/7 की विषम स्थिति के बाद हार्दिक पांड्या को भुवी का साथ मिला और दोनों ने 99 रनों की महत्वपूर्ण भागीदारी कर स्कोर को सम्मानजनक बनाया। इस साझेदारी के दौरान भुवी ने पांड्या का जमकर साथ दिया। वे 25 रन बनाकर मॉर्केल की गेंद पर विकेटकीपर डी कॉक को कैच थमा बैठे। इसके बाद पांड्या भी शतक से चूके और 93 के स्कोर पर रबाडा की बाउंसर पर विकेटकीपर डी कॉ को कैच थमाकर पैवेलियन लौटे। उन्होंने 95 गेंदों का सामना कर 14 चौकों और 1 छक्के की मदद से ये रन बनाए।
रबाडा ने जसप्रीत बुमराह को एल्गर के हाथों झिलवाकर भारत की पारी का अंत किया। वर्नोन फिलेंडर ने 33 रनों पर 3 और रबाडा ने 34 रनों पर 3 विकेट लिए। स्टेन ने 51 रनों पर 2 और मॉर्केल ने 57 रनों पर 2 विकेट झटके।