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मतदान के 48 घंटे बाद जमा होने के लिए लाई गई खुरई की ईवीएम, मचा बवाल

सागर। शुक्रवार को वोटिंग के 48 घंटे बाद शुक्रवार शाम खुरई विधानसभा की ईवीएम मशीनें स्टांग रूम में जमा होने दो जीप, एक मिनी बस और एक ऑटो में भरकर शासकीय इंदिरा गांधी इंजीनियरिंग कॉलेज पहुंची। ईवीएम मशीनों को स्ट्रांग रूम के बाहर देखते ही कांग्रेसियों ने हंगामा शुरू कर दिया।

कांग्रेसियों का आरोप था कि मतदान के 48 घंटे बाद तक ईवीएम मशीनेें स्ट्रांग रूम के बाहर क्या कर रही हैं? जिला निर्वाचन अधिकारी व खुरई के रिटर्निंग ऑफिसर ने इन मशीनों को मतदान के तुरंत बाद जमा क्यों नहीं कराया? जिला प्रशासन व कांग्रेसियों के बीच इस बात को लेकर काफी देर तक बहस चलती रही। इसके बाद देर शाम सारी ईवीएम व वीवीपैट मशीनें कलेक्ट्रेट कार्यालय स्थित कोषालय में जमा कराने को लेकर सहमति बनी।

ईवीएम मशीनें कोषालय पहुंचने के बाद कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी आलोक कुमार ने सिटी मजिस्ट्रेट राजेन्द्र सिंह को सभी मशीनें चेक कराकर कोषालय में जमा करने के निर्देश दिए, लेकिन इतने में ही ईवीएम मशीनों का वीडियो मोबाइल में देखकर कांग्रेसी नेता फिर भड़क गए और लोकतंत्र की हत्या व जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। हंगामा बढ़ता देख प्रशासन भी सतर्क हुआ और लाठीचार्ज करने की पूरी तैयारी कर ली। इतने में खुरई से कांग्रेस के प्रत्याशी अरूणोदय चौबे भी कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंच गए। इसके बाद मशीनें कोषालय में जमा होने की प्रक्रिया शुरू हुई। कांग्रेस नेता इस पूरे मामले की रिपोर्ट कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को भी देते रहे।

खुरई के थानों में रखी थीं ईवीएम मशीनें

इंजीनियरिंग कॉलेज में बनाए स्ट्रांग रूम में जमा होने जो करीब 34 ईवीएम मशीनें पहुंची हैं। यह सभी मशीनें इमरजेंसी के लिए खुरई के थानों में रखी गई थीं, जिनकी चुनाव के दौरान जरूरत ही नहीं पड़ी और वे मतदान के 48 घंटे बाद तक थानों में ही रखी रह गईं। खुरई के रिटर्निंग ऑफिसर संजय जैन का कहना है कि मतदान के बाद पर्याप्त फोर्स न होने की वजह से मशीनों को तुंरत जमा नहीं करा पाए। जिन्हें शुक्रवार को जमा कराने के लिए स्ट्रांग रूम भेजा गया।

आयोग को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है

ईवीएम मशीनें मतदान के तुंरत बाद जमा कराई जानी थी। शुक्रवार को भी जबमशीनों को सागर भेजा जा रहा था। तो रिटर्निंग ऑफिसर को इसकी सूचना पहलेदेेनी थी। इस मामले में अब तक रिटर्निंग ऑफिसर की लापरवाही सामने आईहै। निर्वाचन आयोग को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया है।

  • आलोक कुमार, जिला निर्वाचन अधिकारी, सागर

गलती हुई है

गलती हुई है, जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।

  • मनोहर दुबे, कमिश्नर सागर।

अलग-अलग रखीं थी मशीनें

दो अनयूज और दो यूज मशीनें अलग-अलग रखीं थी।

  • बीएल कांताराव, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी।

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