भाजपा मध्यप्रदेश के 4 में से 2 सर्वे में कांग्रेस से पीछे, जानिये छत्तीसगढ़ का हाल

नई दिल्ली. राजस्थान और तेलंगाना में वोटिंग थमने के साथ ही पांच चुनावी राज्यों के एग्जिट पोल्स आने शुरू हो गए हैं। मध्यप्रदेश के लिए अब तक 4 सर्वे सामने आए हैं। इनमें भाजपा कांग्रेस से पिछड़ती नजर आ रही है। उधर, छत्तीसगढ़ के दो सर्वे में भाजपा सरकार बनने का अनुमान है। राजस्थान के दो सर्वे सामने आए, इसमें कांग्रेस की वापसी की उम्मीद जताई जा रही है।
1) मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश में 230 सीटें हैं। इसके लिए 28 नवंबर को वोटिंग हुई थी। 75 फीसदी लोगों ने मतदान किया था। 2013 में भाजपा ने 165 और कांग्रेस ने 58 सीटें जीती थीं।
1) मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश में 230 सीटें हैं। इसके लिए 28 नवंबर को वोटिंग हुई थी। 75 फीसदी लोगों ने मतदान किया था। 2013 में भाजपा ने 165 और कांग्रेस ने 58 सीटें जीती थीं।
सर्वे भाजपा कांग्रेस अन्य
एक्सिस माइ इंडिया-इंडिया टुडे 102-122 104-122 4-11
टाइम्स नाऊ-सीएनएक्स 126 89 15
एबीपी-लोकनीति 94 126 10
इंडिया न्यूज-नेता 106 112 12
2) राजस्थान
राजस्थान में इस बार 200 में से 199 सीटों पर वोटिंग हुई। यहां शुक्रवार को वोटिंग हुई। 2013 में यहां भाजपा ने 163 और कांग्रेस ने 21 सीटें जीती थीं।
सर्वे भाजपा कांग्रेस अन्य
इंडिया-टुडे एक्सिस 55-72 119-141 04-11
टाइम्स नाउ-सीएनएक्स 85 105 09
रिपब्लिक-सी वोटर 83-103 81-101 15
3) छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ में 90 सीटें हैं। यहां 12 नवंबर और 20 नवंबर को दो चरणों में वोटिंग हुई। कुल 00 फीसदी मतदान हुआ। पिछली बार भाजपा ने 49 और कांग्रेस ने 39 सीटें जीती थीं। बसपा के खाते में एक ही सीट आई थी, लेकिन उसका वोट प्रतिशत 4.4% रहा था। बसपा और जोगी की छजकां के बीच इस बार गठबंधन है। जोगी ने 2016 में कांग्रेस से अलग होकर पार्टी बनाई थी।
सर्वे भाजपा कांग्रेस अन्य
इंडिया न्यूज-नेता 43 40 07
इंडिया टीवी-सीएनएक्स 42-50 32-38 06-08
4) मिजोरम
राज्य में 40 विधानसभा सीटें हैं। यहां 28 नवंबर को वोटिंग हुई थी। कुल 00 फीसदी मतदान हुआ। यहां 10 साल से कांग्रेस सत्ता में है। मुख्यमंत्री ललथनहवला तीन बार से मुख्यमंत्री हैं। 2013 में यहां कांग्रेस ने 34 सीटें जीती थीं। एमएनएफ को 5 और एमजेडपीसी को 1 सीट मिली थी। इस बार विधानसभा अध्यक्ष हेफई समेत कांग्रेस के कई नेता भाजपा में शामिल हो चुके हैं। भाजपा ने यहां चुनाव की कमान असम के मंत्री हेमंत बिस्व शर्मा को दी है, जिनके नेतृत्व में पार्टी ने इसी साल त्रिपुरा में पहली बार जीत हासिल की थी। मिजोरम कांग्रेस की सरकार वाले चार राज्यों में शामिल है। यह पूर्वोत्तर का इकलौता राज्य है जहां भाजपा सत्ता में नहीं है।
5) तेलंगाना
राज्य में 119 सीटें हैं। यहां भी शुक्रवार को वोटिंग हुई। आंध्र से अलग होकर नए राज्य बने तेलंगाना में 2014 में पहली बार चुनाव हुआ था। तेलंगाना राष्ट्र समिति ने 63, कांग्रेस ने 21, तेदेपा ने 15, एआईएमआईएम ने 7 और भाजपा ने 5 सीटें जीती थीं। इस बार मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने छह महीने पहले ही विधानसभा भंग करने की सिफारिश की थी। इसी वजह से यहां जल्दी चुनाव हो रहे हैं। इस बार कांग्रेस और तेदेपा एक साथ चुनाव लड़ रहे हैं।