पेंशनरों को अब 20 लाख रुपए तक मिलेगी ग्रेच्युटी, 50 हजार को फायदा
भोपाल। प्रदेश सरकार ने एक जनवरी 2016 या इसके बाद सेवानिवृत्त हुए अधिकारियों-कर्मचारियों को सातवें वेतनमान के हिसाब से पेंशन देने का फैसला किया है।
इसके तहत पेंशनरों को ग्रेच्युटी (सेवानिवृत्ति उपादान) 20 लाख रुपए तक मिल सकेगी। इसी तरह पेंशन एवं परिवार पेंशन 7 हजार 750 रुपए महीने से कम नहीं होगी। अधिकतम पेंशन नए वेतनमान में मिलने वाले वेतन से अधिकतम 50 प्रतिशत से ज्यादा नहीं होगी।
वित्त विभाग ने गुरुवार को एक जनवरी 2016 या उसके बाद सेवानिवृत्त हुए अधिकारियों-कर्मचारियों की पेंशन सातवें वेतनमान के हिसाब से तय करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। इससे करीब 50 हजार पेंशनरों को फायदा होगा।
बताया जा रहा है कि अवकाश नकदीकरण का निर्धारण, पेंशन और परिवार पेंशन का भुगतान पुनरीक्षित वेतनमान में पूर्व में भुगतान राशि का समायोजन करते हुए किया जाएगा। गेच्युटी जो अभी अधिकतम दस लाख रुपए तक थी, उसे बढ़ाकर 20 लाख रुपए कर दिया गया है। इसी तरह परिवार पेंशन को न्यूनतम 3 हजार 25 रुपए मासिक से बढ़ाकर 7 हजार 750 रुपए कर दिया है।
एरियर का नकद होगा भुगतान
वित्त विभाग ने तय किया है कि एक जनवरी 2016 से 31 सितंबर 2017 तक की अवधि का एरियर का भुगतान नकद किया जाएगा। इसमें पहले किए गए भुगतान को समायोजित करते हुए भुगतान होगा।
मंहगाई राहत की गणना ऐसे होगी
तारीख–मंहगाई राहत
एक जनवरी 2016-शून्य प्रतिशत
एक जुलाई 2016-दो प्रतिशत
एक जनवरी 2017-चार प्रतिशत
2016 से पहले के पेंशनरों का मामला अटका
सूत्रों का कहना है कि एक जनवरी 2016 से पहले सेवानिवृत्त हुए अधिकारियों-कर्मचारियों को सातवां वेतनमान देने का मामला अटका हुआ है। सरकार अभी तक इनको नए हिसाब से पेंशन देने को लेकर निर्णय नहीं कर पाई है, जबकि पेंशनर्स संघ कई बार वित्त मंत्री जयंत मलैया से मुलाकात कर चुका है। छत्तीसगढ़ सरकार भी मध्यप्रदेश के रुख का इंतजार कर रही है।