मध्यप्रदेश डीजीपी की पुलिस कर्मचारियों को सलाह- मीडिया से नज़दीकियां बढ़ाई तो होगी कार्रवाई

भोपाल। मध्य प्रदेश में भारत बंद के दौरान हुई हिंसा को रोकने में नाकाम रही पुलिस अब मीडिया पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है. इस मामले में डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला ने पुलिस अधिकारी और कर्मचारी को मीडिया से दूर रहने का फरमान दिया है.
डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला ने दो अप्रैल को भारत बंद के दौरान हिंसा होने के बाद जारी एक परिपत्र में कहा है कि बिना अनुमति के मीडिया से संबंध रखने वाले पुलिस अफसर और कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी. बताया जा रहा है कि डीजीपी ने यहा बात तीन अप्रैल को कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों के साथ वीडिया कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान की थी. उन्होंने कहा था कि मीडिया को कंट्रोल में रखे.
डीजीपी ने सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाले पुलिस अफसर और कर्मचारियों को भी नसीहत दी है. उन्होंने कहना है कि सोशल मीडिया पर पुलिस अफसरों और कर्मचारियों द्वारा अविवेकपूर्ण टिप्पणियां की जा रही है. उन्होंने चेताया है कि अतिउत्साह में व्हाट्सएप ग्रुप में किसी भी पोस्ट का समर्थन न रहे. उन्होंने कहा कि ऐसा पाए जाने पर अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी.
डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला ने परिपत्र जारी किया है. सोशल मीडिया पर शासकीय दस्तावेज को स्कैन कर, स्क्रीन शॉट लेकर या अन्य किसी प्रकार से ऐसी कोई जानकारी शेयर न की जाए जो कि शासकीय नियमों के अंतर्गत गोपनीय हो. किसी भी विषय , फोटो अन्य सामग्री जो कि दुर्भावनापूर्ण , अश्लील, जाति-धर्म, लिंग, किसी के पक्षपात को प्रदर्शित करती हो इस तरह की पोस्ट पर अफसर और कर्मचारी प्रतिक्रिया न दें, न ही समर्थन करेंगे. पुलिस अफसर और कर्मचारी फर्जी नाम से फेसबुक, व्हाट्सएप और अन्य किसी सोशल साइट पर अपना प्रोफाइल पेज न बनाएं.
वीआईपी की सुरक्षा ड्यूटी में तैनात जवानों को भी निर्देश दिए गए हैं. उनसे कहा गया है कि ये जवान और अफसर ड्यूटी के दौरान महत्वपूर्ण स्थलों के फोटो, सेल्फी सोशल साइट पर बिलकुल भी पोस्ट न करें. न ही ऐसी कोई जानकारी पोस्ट की जाए जिससे सुरक्षा को खतरा हो.