अनुशासित पार्टी के नेता और कार्यकर्ता अब खो रहे आपा

भोपाल। मध्य प्रदेश में बीजेपी के टिकट बांटते ही विरोध और बग़ावत शुरू हो गयी है. अपने अनुशासन और अनुशासित काडार के लिए पहचानी जाने वाली इस पार्टी के नेता और उनके समर्थक मनमाफिक टिकट ना मिलने पर बिफर उठे हैं. हंगामा और विरोध अब पूरे प्रदेश से आगे बढ़कर भोपाल में सीएम हाउस तक पहुंच गया है. कोई अपने नेता को टिकट ना मिलने से गुस्सा है और कोई अपने नेता को टिकट ना मिलने की आशंका से परेशान होकर हंगामा काट रहा है.
शनिवार की शुरुआत सीएम हाउस के सामने से हुई. जब बीजेपी नेता वेल सिंह भूरिया अपने समर्थकों की फौज के साथ वहां पहुंच गए. टिकिट कटने से बिफरे वेलसिंह भूरिया समर्थकों के साथ करीब 25 गाड़ियों में सवार होकर पहुंचे थे. भूरिया सरदारपुर से विधायक हैं. लेकिन इस बार उनका टिकट संजय बघेल को दे दिया गया है.
उसके बाद पूर्व सीएम बाबूलाल गौर के समर्थक मैदान में उतर आए. गोविंदपुरा सीट अभी होल्ड पर रखी गयी है. गौर समर्थक उनका टिकट कटने की आशंका से गुस्साए हुए हैं. उन्हें डर है कि कहीं बाबूलाल गौर का टिकट उनकी बहू कृष्णा गौर को ना दे दिया जाए. उनके समर्थकों ने गोविंदपुरा में ही हंगामा किया.
पन्ना सीट के लिए भी अभी टिकट का एलान नहीं किया गया है. यहां से कुसुम मेहदेले विधायक हैं. उनका भी इस बार टिकट कट सकता है. मेहदले भी सीएम हाउस पहुंची और शिवराज सिंह से मुलाक़ात की.
है.