
Dhanteras Puja bhog: Dhanteras पर क्या करें भोग? जानिए 5 शुभ विकल्प जो माता लक्ष्मी, भगवान कुबेर और धन्वंतरि को करते हैं प्रसन्न। कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाने वाला धनतेरस (Dhanteras) का त्योहार, धन और आरोग्य दोनों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है. इस दिन धन के देवता कुबेर (Lord Kuber), आरोग्य के देवता भगवान धन्वंतरि (Lord Dhanwantari) और धन-समृद्धि की देवी माता लक्ष्मी (Goddess Lakshmi) की विशेष पूजा की जाती है। Dhanteras पर क्या करें भोग? जानिए 5 शुभ विकल्प जो माता लक्ष्मी, भगवान कुबेर और धन्वंतरि को करते हैं प्रसन्न
धन‑त्रयोदशी यानी धनतेरस का त्योहार न सिर्फ धन और समृद्धि का प्रतीक है, बल्कि इस दिन माता लक्ष्मी (समृद्धि की देवी), भगवान कुबेर (धन के देवता) और भगवान धन्वंतरि (आरोग्य के देवता) की पूजा होती है। इस दिन उन्हें उपयुक्त भोग / नैवेद्य चढ़ाने से पारंपरिक मान्यताओं के अनुसार इन देवताओं की कृपा प्राप्त होती है, जिससे धन‑समृद्धि, स्वास्थ्य और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
1. खीर
खीर — चावल, दूध, शक्कर (या गुड़) से बनी मीठी डिश — को माना जाता है कि यह माता लक्ष्मी को बहुत प्रिय है।
अवसर‑अनुकूल: सफेद रंग की सामग्री (दूध, चावल) लक्ष्मी की शुद्धता और समृद्धि को दर्शाती है। ([Herzindagi][2])
सुझाव: ऊपर से कटे मेवे (काजू, बादाम) डालें ताकि भोग का रूप आकर्षक बने, और फिर प्रसाद रूप में वितरित करें।
2. पंचामृत
पंचामृत = दूध + दही + घी + शहद + शक्कर/गुड़ से बनी पवित्र मिश्रण। बताया गया है कि यह समृद्धि एवं दिव्यता का प्रतीक है।
स्वास्थ्य एवं आध्यात्मिक शुद्धि दोनों के लिए उपयुक्त: विशेष रूप से भगवान धन्वंतरि की पूजा के रूप में भी।
सुझाव: भोग के बाद इस पंचामृत को सभी उपस्थित लोगों को मित्रतापूर्वक वितरित करें -ऐसा करने से “साझा शुभता” का भाव बढ़ता है।
3. बूंदी लड्डू
बूंदी लड्डू को भगवान गणेश की प्रिय मिठाई माना जाता है, और चूंकि लक्ष्मी‑पूजा के अवसर पर गणपति की भी आराधना होती है, इसलिए यह लड्डू विशेष शुभ माना जाता है। लड्डू
मिठास का प्रतीक: मिठाई चढ़ाकर यह भाव व्यक्त होता है – मेरा घर‑संसार, मेरा व्यवसाय मीठे भाव से चले।
सुझाव: लड्डू गोलाकार बनाएं, प्रतीकतः ‘पूरा‑पूरा समृद्धि’- और चमकदार थाली में सजाकर चढ़ाएं।
4. नैवेद्य (कोरियनडर + गुड़)
महाराष्ट्र व आसपास के क्षेत्रों में प्रसिद्ध: धनिया के बीज और गुड़ का मिश्रण ‘नैवेद्य’ के रूप में चढ़ाया जाता है।
प्रतीक‑भाव: धनिया – समृद्धि/अन्न, गुड़ -मीठा फल तथा सकारात्मक ऊर्जा।
सुझाव: यह मिश्रण हल्का बनाएं, पूजा के बाद प्रसाद के रूप में भाग‑भाग करके वितरित करें।
5. तिल एवं गुड़ के पदार्थ
तिल (सSESAME SEEDS) और गुड़ को शुद्धता, दीर्घायु और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है – इस कारण इन्हें भोग में शामिल करना शुभ होता है।
विशेष रूप से तिल से बना हलवा या गुड़ से बनी मिठाई तैयार की जा सकती है।
सुझाव: तिल‑गुड़ की पट्टी या हलवा तैयार करें, हल्के भूरे रंग में हो तो अच्छा है -स्वादिष्ट होने के साथ शुभता का संदेश भी देता है।
छोटे‑छोटे सुझाव
भोग चढ़ाते समय नव वस्त्र पहनें और पूजा‑स्थान को स्वच्छ एवं सुंदर बनाएं।
भोग चढ़ाने के बाद प्रसाद रूप में मित्र और परिवार में बांटें — इससे पुण्य का प्रवाह अधिक होता है।
मीठे, सफेद (दूध‑आधारित) और हल्के पदार्थों का चयन करें — ये माना जाता है कि इनसे दिव्यता तथा लक्ष्मी की कृपा बढ़ती है।
घर के पूर्व‑उत्तर या पूजा‑कक्ष को केंद्र बनाएं; दीपक और रंगोली के साथ वातावरण को उत्सव‑मय बनाएं। Dhanteras पर क्या करें भोग? जानिए 5 शुभ विकल्प जो माता लक्ष्मी, भगवान कुबेर और धन्वंतरि को करते हैं प्रसन्न







