आइए जानते हैं वेट लॉस के लिए क्या सॉना बाथ लेना चाहिए?

बढ़ता है मेटाबॉलिज्म (Improve metabolism)
कुछ स्टडीज में ऐसा दावा किया गया है कि सॉना बाथ लेने से शरीर को अलग-अलग तरह के फायदे होते हैं। इससे शरीर मेटाबॉलिज्म बढ़ता है। इससे शरीर का वॉटर वेट (water weight) भी कम होता है जिससे लोग जल्दी पतले नजर आते हैं।
वॉटर रिटेंशन होता है कम
कुछ स्टडीज के अनुसार अगर एक्सरसाइज और डाइट के साथ सॉना बाथ लिया जाए तो इससे शरीर का वॉटर वेट तेजी से कम होता है। वॉटर वेट शरीर का वह वजन है जो शरीर में जमा पानी की वजह से बनत है। जब आप सॉना बाथ के लिए स्टीम रूम में बैठते हैं तो आपको बहुत अधिक पसीना आ सकता है। इसी पसीने के साथ शरीर का वॉटर वेट भी कम होता है।
आइए जानते हैं वेट लॉस के लिए क्या सॉना बाथ लेना चाहिए?
सॉना बाथ लेने के अन्य फायदे क्या हैं?
हार्ट फंक्शन सुधरता है
सॉना बाथ या स्टीम बाथ लेने के लिए पानी का तापमान 160 डिग्री फारेनहाइट (लगभग 71 सेल्सियस) तक बढ़ाया जाता है। इतने हाई तापमान वाले पानी में नहाने से हार्ट रेट बढ़ जाती है। इससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ जाता है जिससे ब्लड प्रेशर की समस्या कम होती है और इससे हार्ट फंक्शन ठीक होता है। हालांकि लो ब्लड प्रेशर वाले मरीजों को सॉना बाथ लेने से मना किया जाता है।
इम्यूनिटी बढ़ती है (Immunity boosting therapy)
सॉना बाथ लेने सेबॉडी डिटॉक्सिफिकेशन(Body detoxification) होता है जिससे शरीर में छुपे विषैले तत्वों से छुटकारा मिलता है और इनके नुकसान से आपको सुरक्षा मिलती है। इससे शरीर की इम्यून पॉवर (immune power boosting) बढ़ती है।