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सड़क बनवा दो सरकार: महिला की दुर्दशा देखकर लोगों में आक्रोश

सड़क बनवा दो सरकार: महिला की दुर्दशा देखकर लोगों में आक्रोश

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सिस्टम की बदहाली कहें या सरपंच सचिव की अनदेखी मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में एक महिला कीचड़ में दंडवत प्रणाम करते हुए मंदिर गई. रास्ता कीचड़ और पानी से सना हुआ था. महिला ने सिस्टम की तरफ से की जा रही अनदेखी और उनकी लापरवाही का एहसास दिलाने के लिए बकायदा सभी को कीचड़ वाले रास्ते में लेट-लेटकर दंडवत प्रणाम किया. महिला ने पूरे सिस्टम का ध्यान उनके न किए गए कामों की ओर लाने के लिए ऐसा किया.

महिला का कहना है कि उसने काफी समय से बदहाली से भरी इस व्यवस्था के खिलाफ शिकायत किया था, लेकिन न तो वहां सड़कें बन रही हैं और न ही किसी योजना में महिला को लाभ दिया जा रहा है. महिला का आरोप है कि ऐसा करने के पीछे सचिव और सरपंच शामिल हैं. महिला जब सभी जगर गुहार लगाकर थक गई तो उसे अपनी आवाज सिस्टम को सुनाने के लिए कीचड़ में लेटकर दंडवत प्रणाम करके वहां जाना पड़ा.

मंदिर में जाकर दंडवत प्रणाम को बंद किया

कराहल आदिवासी विकासखंड के सुखाखार वाले मोहल्ले में ना सड़क है ना नाला, पानी बस्ती के बीचों-बीच भरा हुआ है, ऐसे में वहां कीचड़ हो गया है. सिस्टम की बदहाली से परेशान महिला ने न सिर्फ सरपंच और सचिव को बल्कि, पूरे सिस्टम को ध्यान में लाने के लिए महिला ने सुखाखार वाले मोहल्ले से दंडवत परिक्रमा देना शुरू किया और पनवाड़े वाली माता के मंदिर पर जाकर दंडवत समाप्त किया. दंडवत प्रणाम समाप्त करने के बाद सरपंच सचिव की सद्बुद्धि के लिए मंदिर में माथा टेका ओर प्रार्थना भी कि की ताकि, जल्द ही सड़क और नाले का निर्माण हो जाये.

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अन्नपूर्णा देवी में गहरी आस्था

कराहल के सुखाखार वाले मोहल्ले की बस्ती की एक आदिवासी महिला जो अन्नपूर्णा देवी में अपनी बहुत आस्था रखती है. महिला ने सरपंच सचिव का विकास कार्य और सड़क नाले को लेकर ध्यान आकर्षित करने के लिए कीचड़ में दंडवत करते हुए पनवाडा माता मंदिर के लिए निकली. महिला बस्ती में कीचड़ भरे रास्तों से गुजरी और वह महिला उस गंदगी में पूरी तरह से लेट गई. उसके सारे कपड़े कीचड़ में सन गए.

शिकायतों की हुई अनदेखी

यह नजारा देख लोग हैरान रह गए, लेकिन महिला का कहना था कि कई बार शिकायत करने के बाद भी सुनवाई नहीं हुई तो यही एक तरीका अपनाना पड़ा, ताकि सब लोगों को इसका पता चल सके कि किस तरीके से बस्ती में असुविधाओं का आलम बना हुआ है. साथ ही महिला ने बताया कि न आवास, लाडली बहना योजना में नाम जोड़ा है. सचिव और सरपंच सचिव मिलकर शासन की योजनाओं में हमें शामिल नहीं कर रहे हैं. सचिव अतर सिंह की तरफ से न पंचायत में कोई कार्य कराया गया है और न किसी प्रकार के लाभ दिए गए हैं.

 

Ashutosh shukla

30 वर्षों से निरन्तर सकारात्मक पत्रकारिता, संपादक यशभारत डॉट काम

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