धोखाधड़ी का मामला: डॉक्टर बनने के लिए धर्म बदलने वाले छात्रों का एडमिशन रद्द किया गया था है। मामला सुभारती यूनिवर्सिटी का है. यहां काउंसलिंग के पहले चरण में अल्पसंख्यक कोटे के तहत बौद्ध धर्म के छात्रों के लिए 22 सीटें आरक्षित की गई हैं. पिछले हफ्ते खबर आई कि इन 22 सीटों में से कथित तौर 20 पर छात्रों ने फर्जी सर्टिफिकेट लगाकर MBBS के कोर्स में एडमिशन के लिए अप्लाई किया.
मामला सामने आने पर प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने वाले अल्पसंख्यक छात्रों के सर्टिफिकेट की जांच के आदेश दिए गए. चिकित्सा शिक्षा विभाग के महानिदेशक किंजल सिंह ने कहा था कि जांच में जिन अभ्यर्थियों का प्रमाण पत्र फर्जी पाया जाएगा, उनका एडमिशन निरस्त कर दिया जाएगा और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
अब चिकित्सा शिक्षा विभाग ने जांच के बाद MBBS में एडमिश पाने वाले 8 छात्रों का एडमिशन रद्द कर दिया है. इसके अलावा नौ छात्रों ने अपनी सीट छोड़ दी और एडमिशन लिया ही नहीं. फर्जी सर्टिफेकेट लगाने वाले बाकी तीन छात्र काउंसलिंग राउंड से आगे नहीं बढ़ सके.