135 मिनट… पीएम मोदी ने लोकसभा में अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा; पढ़ें भाषण की 25 बड़ी बातें
राष्ट्रपति अभिभाषण के बाद धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी आक्रामक नजर आए. हंगामे के बीच उन्होंने करीब 2 घंटे 15 मिनट का भाषण दिया. भाषण के दौरान पीएम मोदी ने जहां एक तरफ अपनी सरकार का रोडमैप बताया तो वहीं दूसरी तरफ विपक्ष पर भी जमकर निशाना साधा. भाषण के अंत में पीएम मोदी ने हाथरस हादसे में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना भी जाहिर की।
भाषण के दौरान पीएम के निशाने पर कांग्रेस पार्टी ही रही. उन्होंने अपने भाषण के दौरान कम से कम 10 बार राहुल गांधी पर परोक्ष रूप से हमला किया. आखिर में प्रधानमंत्री ने विपक्ष को सही तरीके से सदन संचालन की चेतावनी भी दी।
देश के इतिहास में यह पहली बार है, जब किसी प्रधानमंत्री ने लोकसभा में इतने लंबे वक्त तक भाषण दिया. इससे पहले अगस्त 2023 में प्रधानमंत्री मोदी ने ही 2 घंटे 13 मिनट का भाषण दिया था।
पीएम मोदी के भाषण की 25 बड़ी बातें…
- जनता ने हमें तीसरी बार देश की सेवा के लिए जनादेश दिया है. विपक्ष की ओर से झूठ फैलाने के बावजूद उन्हें हार मिली है. देश ने 10 साल का ट्रैक रिकॉर्ड देखा है. हमने गरीब कल्याण के लिए समर्पण भाव से काम किया है. 10 साल में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले.
- 2014 से पहले रोज भ्रष्टाचार की खबरें आती थी. देश में लोग भ्रष्टाचार से पीड़ित हैं. भ्रष्टाचार ने देश को खोखला किया. हमारी सरकार आई तो भष्टाचार के खिलाफ हमने जीरो टोलरेंस की भावना से काम किया.
- हमारा लक्ष्य नेशन फर्स्ट यानी भारत सर्वप्रथम का रहा है. भारत प्रथम का हर काम तराजू पर किया जा रहा है. हम तीसरी बार सरकार में आए हैं, तो तीन गुना ज्यादा मेहनत से काम करेंगे.
- 2014 से पहले तुष्टिकरण की राजनीति होती थी, लेकिन अब संतुष्टिकरण की राजनीति हो रही है. हमारी योजनाएं हर एक लोगों तक पहुंच रही है और लोग इससे लाभान्वित हो रहे हैं.
- पहले सरकार भी बेशर्मी से घोटालों की बात को स्वीकर कर लेती थी. लोग सीधे मुंह से कह देते थे कि 1 रुपए भेजते हैं तो 15 पैसा ही लोगों तक पहुंचता है. 85 पैसा लोग ही खा जाते हैं.
- 2014 से पहले आतंकी हमला होते थे. लोग उस वक्त कहते थे कि अब कुछ नहीं हो सकता है. अब ऐसा नहीं है, लोग कहते हैं कुछ भी हो सकता है. भारत अपनी सुरक्षा के लिए कुछ भी कर सकता है.
- जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाई गई है. आज जो व्यक्ति संविधान को सिर पर लेकर घूम रहा है, उसकी सरकार के वक्त कश्मीर में संविधान की एंट्री बैन थी, लेकिन अब लोग इसे स्वीकार कर रहे हैं.