केपटाउन: टीम इंडिया और साउथ अफ्रीका के बीच वनडे सीरीज का तीसरा मुकाबला आज केपटाउन के न्यूलैंड्स ग्राउंड पर खेला जाएगा। सीरीज में 2-0 से बढ़त हासिल कर चुकी विराट सेना की नजर पहली बार साउथ अफ्रीका की सरजमीं पर किसी द्विपक्षीय वनडे सीरीज में जीत की हैट्रिक लगाने पर होंगी। एक बार फिर टीम इंडिया वहां है जहां से इस दौरे की शुरुआत हुई। लेकिन तब केपटाउन के पहले टेस्ट में टीम इंडिया को करारी मिली थी और अब टीम की नजरें यहां 3-0 की अजेय बढ़त पर लगी हुई हैं।
Snapshots from #TeamIndia‘s practice session at Newlands, Cape Town #SAvINDpic.twitter.com/nmJ6dloEmJ
— BCCI (@BCCI) February 6, 2018
टीम इंडिया रच सकती है इतिहास
टीम इंडिया साउथ अफ्रीका में द्विपक्षीय सीरीज में इससे पहले कभी दो से अधिक वनडे मैच नहीं जीत पाई है। भारतीय टीम की नजरें पहली बार साउथ अफ्रीका की सरजमीं पर किसी द्विपक्षीय वनडे सीरीज में जीत की हैट्रिक पर होंगी। एक बार फिर टीम इंडिया वहां है जहां से इस दौरे की शुरुआत हुई। लेकिन तब से अब तक में काफी कुछ बदल गया है। तब केपटाउन के पहले टेस्ट में टीम इंडिया को करारी मिली थी, और अब विराट कोहली एंड कंपनी की नजरें यहां 3-0 की अजेय बढ़त पर लगी हुई हैं।
साउथ अफ्रीका पूरी तरह बैकफुट पर
जहां टीम इंडिया निरंतर हर छोर पर मज़बूत दिख रही है, तो वहीं घरेलू टीम की दिक्कतें खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। पहले उनके सबसे घातक बल्लेबाज एबी डिविलियर्स, इन फॉर्म और नियमित कप्तान फैफ डु प्लेसिस और अब अब विकेटकीपर क्विंटन डि कॉक चोट के कारण सीरीज से बाहर हो गए। फैफ डु प्लेसिस और डिकॉक जहां वनडे-टी20 सीरीज़ से पूरी तरह बाहर हो गए हैं, तो डिविलियर्स की तीसरे वनडे के बाद फिट होने पर वापसी हो सकती है। लेकिन इसका मतलब यह है कि नए कप्तान और नई टीम के लिए मजबूत टीम इंडिया से पार पाना आसान नहीं होने वाला।
आंकड़े क्या कहते हैं-
केपटाउन के रिकॉर्ड पर नजर डालें तो भारत ने यहां खेले 4 मैचों में से 2 जीते और 2 हारे हैं, तो साउथ अफ्रीका के खिलाफ 3 में से 1 जीत और 2 हार मिली हैं। खुद साउथ अफ्रीका का रिकॉर्ड यहां शानदार रहा है और उसे कुल 33 मैचों में से 28 जीते और 5 में हार मिली हैं।
टीमें इस प्रकार हैं:
भारत: विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, रोहित शर्मा, अजिंक्य रहाणे, श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, दिनेश कार्तिक, केदार जाधव, महेंद्र सिंह धोनी, हार्दिक पंड्या, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और शार्दुल ठाकुर में से।
साउथ अफ्रीका: एडेन मार्करम (कप्तान), हाशिम अमला, जेपी डुमिनी, इमरान ताहिर, डेविड मिलर, मोर्ने मोर्कल, क्रिस मारिस, लुंगी एनगिडी, एंडिले फेहलुकवायो, कागिसो रबादा, तबरेज शम्सी, खायेलिहले जोंडो, फरहान बेहरदीन और हेनरिक क्लासेन में से।