क्राइसिस में कोरोना वारियर्स: 2 माह से नहीं मिला MMU Doctors को वेतन

जबलपुर। कोरोना संक्रमण काल में डॉक्टरों का नाम कोरोना योद्धाओं में सबसे पहले लिया जाता है।
जो अपनी सेहत की फ्रिक न करते हुए हर तरीके से प्रयास करके कोरोना संक्रमण को कम करने के लिए घर, घर पहुंच कर लोगों का सैंपल लेते हैं।
इसके बावजूद भी स्वास्थ विभाग उन पर ध्यान नहीं दे रहा है । लगभग 2 महीने से एमएमयू डॉक्टरों को वेतन नहीं मिला है जिससे कारण उनकी आर्थिक स्थिति काफी खराब होती जा रही है।
वेतन ना मिलने के बावजूद भी वह लगातार अपनी सेवाएं दे रहे हैं
टू व्हीलर से पहुंच रहे घर ,घर
प्रशासन द्वारा शासकीय वाहन में डीजल और पेट्रोल की व्यवस्था ना होने के कारण डॉक्टर अपने अपने टू व्हीलर गाड़ी से लोगों के घर ,घर पहुंच कर सैंपल इक_ा कर रहे हैं ।
आदेश के अनुसार वह अपने साथ बीपी की मशीन शुगर की मशीन और अन्य दवाइयां भी लेकर चल रहे हैं जिससे लोगों को तुरंत ही सुविधा दी जाए सके।
प्रोत्साहन राशि का नहीं हुआ वितरण
मध्यप्रदेश शासन द्वारा डॉक्टरों को प्रोत्साहन राशि के रूप में 10000 देने की घोषणा की गई थी जो अभी तक नहीं दी गई । डॉक्टरों को प्रोत्साहन राशि के साथ-साथ सैलरी का भी इंतजार है।