ईरान के इस ‘शांत चेहरे’ से क्यों डरा हुआ है इजराइल? जानिए कौन है ये शख्स
ईरान के इस ‘शांत चेहरे’ से क्यों डरा हुआ है इजराइल? जानिए कौन है ये शख्स

ईरान के इस ‘शांत चेहरे’ से क्यों डरा हुआ है इजराइल? जानिए कौन है ये शख्स। ईरान के विदेश मंत्री सैयद अब्बास अरकची को लेकर एक बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है. ईरानी खुफिया एजेंसियों ने एक ऐसे प्लान को नाकाम किया है, जिसमें तेहरान में अरकची की हत्या की तैयारी की जा रही थी।
ईरान के इस ‘शांत चेहरे’ से क्यों डरा हुआ है इजराइल? जानिए कौन है ये शख्स
इसकी जानकारी विदेश मंत्री के सलाहकार मोहम्मद हुसैन रंजबरन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर दी. रंजबरन के मुताबिक, जैसे ही अरकची के जिनेवा में यूरोपीय देशों के साथ होने वाली बातचीत की खबर सामने आई, उनके खिलाफ खतरे की आशंका भी बढ़ गई थी. ईरानी एजेंसियों ने समय रहते कार्रवाई करते हुए संभावित हमले को टाल दिया. आइए जानते हैं कि क्यों इजराइल की खुफिया एजेंसियों की नजर में ये शख्स एक हाई वैल्यू टारगेट है?
कौन हैं अब्बास अरकची?
अब्बास अरकची, ईरान के सबसे सीनियर और अनुभवी डिप्लोमैट्स में गिने जाते हैं. तीन दशकों से ज़्यादा समय से वो ईरानी विदेश नीति की धुरी रहे हैं. अमेरिका और यूरोप के साथ परमाणु बातचीत में वो P5+1 डील के मुख्य वार्ताकार रहे. अभी अरकची यूरोपीय देशों (UK, फ्रांस, जर्मनी) के साथ जिनेवा में अहम न्यूक्लियर बातचीत के लिए पहुंचे हैं।
उन्हें खामेनेई का कूटनीतिक दूत माना जाता है. यही वजह है कि इजराइल उन्हें सिर्फ मंत्री नहीं, रणनीतिक खतरा मानता है. अगर अरकची नहीं रहे, तो ईरान की डिप्लोमैटिक आवाज ही खामोश हो जाएगी. अरकची की हत्या, पूरी ईरानी जनता और सत्ता के लिए एक मनोवैज्ञानिक हमला होता जिससे इजराइल को रणनीतिक बढ़त मिलती।
‘शांति के दूत’ ने दिया जवाब “मैं शहीद होने को तैयार हूं”
अरक़ची ने कहा है कि मैं कूटनीति का सेवक हूं, लेकिन अपने देश का सैनिक भी. अगर मेरी मौत से मातृभूमि की रक्षा होती है, तो मैं शहीद होने को तैयार हूं. ये बयान उस शख्स का है, जिसने जंग से नहीं, लेकिन शब्दों से दुनियाभर के मंचों पर मुकाबला किया. अरकची ने कहा है कि हमने जंग नहीं शुरू की, लेकिन हम पीछे नहीं हटेंगे. अब दुनिया को इजराइल को रोकना ही होगा।