
टोइंग के बाद आपकी गाड़ी कहां गई? ट्रैफिक पुलिस से ऐसे करें जानकारी हासिल।।अगर आप अपनी कार या बाइक को नो पार्किंग जोन में खड़ा करते हैं तो आपकी कार को ट्रैफिक पुलिस टो कर लेती है।
टोइंग के बाद आपकी गाड़ी कहां गई? ट्रैफिक पुलिस से ऐसे करें जानकारी हासिल

इसका मतलब उठाकर ले जाती है. ऐसे में जब आपको पार्किंग की जगह पर अपनी गाड़ी नहीं मिलती, तो सबसे पहले यही डर लगता है कहीं ट्रैफिक पुलिस ने गाड़ी तो नहीं उठा ली? लेकिन सवाल ये आता है कि पुलिस व्हीकल को लेकर कहां पर जाती है।
यहां हम आपको बताएंगे कि ट्रैफिक पुलिस आपकी गाड़ी कहां ले जाती है, कैसे पता करें कि आपकी गाड़ी कहां है, और कैसे उसे छुड़वाया जा सकता है।
ट्रैफिक पुलिस गाड़ी क्यों उठाती है?
सबसे पहले ये जानना जरूरी है कि ट्रैफिक पुलिस आपकी कार को उठाकर क्यों लेकर जाती है. इसका सबसे बड़ा कराण होता है कि आपकी कार नो-पार्किंग जोन में खड़ी है।
फुटपाथ या zebra crossing पर गाड़ी रोकने से, ट्रैफिक में अरचन बन रही गाड़ी, बिना नंबर प्लेट या गलत नंबर प्लेट वाली गाड़ी और एक्सपायर्ड इंश्योरेंस या डॉक्यूमेंट्स वाले व्हीकल को उठा लिया जाता है. हालांकि ये ज्यादातर तभी होता है जब कार नो पार्किंग जोन में खड़ी होती है।
टो की गई गाड़ी कहां जाती है?
जब ट्रैफिक पुलिस आपकी गाड़ी टो करती है, तो वो उसे गवर्नमेंट ऑफिशियल टो यार्ड (Tow Yard) या नजदीकी पुलिस स्टेशन में ले जाती है. हर शहर में अलग-अलग जगहों पर ये यार्ड होते हैं, जैसे दिल्ली में अलग-अलग जोनों के लिए अलग टो यार्ड बने हैं. मुंबई में ट्रैफिक डिवीजन के तहत यार्ड बने होते हैं. बेंगलुरु, पुणे, चेन्नई आदि शहरों में भी पुलिस यार्ड होते हैं.
कैसे पता करें कि आपकी गाड़ी कहां है?
SMS या ऑनलाइन पोर्टल से जानकारी हासिल कर सकते हैं. ज्यादातर शहरों की ट्रैफिक पुलिस वेबसाइट पर Challan Status या Towed Vehicle Information का ऑप्शन होता हैं.
इसके लिए वेबसाइट पर जाएं https://echallan.parivahan.gov.in या आपके स्टेट की ट्रैफिक वेबसाइट पर जाएं. अपना व्हीकल नंबर डालें. चालान या टो की गई जानकारी मिल जाएगी.
दिल्ली ट्रैफिक हेल्पलाइन: 011-25844444
मुंबई: 8454999999
टो की गई गाड़ी छुड़वाने का तरीका
टो की गई गाड़ी छुड़वाने के लिए आपको अपने साथ गाड़ी के डॉक्यूमेंट लेकर जाना होगा. इसके अलावा RC (रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट), ड्राइविंग लाइसेंस, इंश्योरेंस पेपर्स और पॉल्यूशन सर्टिफिकेट शामिल हैं. चालान की रकम ऑनलाइन या मौके पर भरनी पड़ सकती है. रसीद लेकर गाड़ी छुड़वाएं.
इन बातों का रखें ध्यान
एक बात का ध्यान रखें कि कभी भी फर्जी पुलिस या प्राइवेट टो ट्रक वालों को पैसे न दें.
पुलिस से रसीद लेना न भूलें.
बिना डॉक्यूमेंट्स के गाड़ी छुड़वाना मुश्किल होगा. ऐसे में गाड़ी छुड़वाने जाएं तो डॉक्यूमेंट जरूरी लेकर जाएं.
अगर गलत चालान हो तो आप अपील भी कर सकते हैं.
टोइंग के बाद आपकी गाड़ी कहां गई? ट्रैफिक पुलिस से ऐसे करें जानकारी हासिल