Videsh Mantri Answer: जीवन शैली पर सवाल पूछे जाने पर जयशंकर का जवाब सुन हंसने लगे सभी
Videsh Mantri Answer: जीवन शैली पर सवाल पूछे जाने पर जयशंकर का जवाब सुन हंसने लगे सभी।विदेश मंत्री एस जयशंकर फिलहाल पांच दिवसीय यात्रा पर ऑस्ट्रेलिया गए हुए हैं। यहां एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने लोगों द्वारा पूछे जाने पर कुछ जीवन शैली और स्वास्थ्य सलाह दी।
Videsh Mantri Answer: जीवन शैली पर सवाल पूछे जाने पर जयशंकर का जवाब सुन हंसने लगे सभी
क्या है पूरा शेड्यूल?
बता दें, भारतीय विदेश मंत्री दो देशों के दौरे के पहले चरण में रविवार को यहां पहुंचे। वह सिंगापुर भी जाएंगे। यात्रा के दौरान, जयशंकर ब्रिस्बेन में ऑस्ट्रेलिया में भारत के चौथे वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन करेंगे। वह कैनबरा में ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग के साथ 15वें विदेश मंत्रियों की रूपरेखा वार्ता (एफएमएफडी) की सह-अध्यक्षता भी करेंगे।
जीवनशैली पर सवाल करने पर दिया ये प्रस्ताव
जयशंकर रविवार को एक कार्यक्रम में दर्शकों के सवालों का जवाब दे रहे थे। इस दौरान एक शख्स ने पूछा कि हम जानना चाहते हैं कि विदेश मंत्री की तेज-तर्रार, उच्च दबाव वाली भूमिका को देखते हुए जीवनशैली पर कोई सलाह है या नहीं। इस पर विदेश मंत्री ने गंभीरता से जवाब देने से पहले शख्स के सामने स्वस्थ जीवनशैली पर एक व्यावसायिक प्रस्ताव का सुझाव दिया।
उन्होंने कहा, ‘मैं बस सोच रहा था कि शायद कोई ऐसा फॉर्मूला हो जिस पर आप और मैं व्यापार कर सकें। एक अच्छी जीवनशैली के लिए। अपने दिल का ख्याल कैसे रखें।’
‘मैं कुछ खास नहीं करता’
इस पर हॉल में सब हंसने लगे। मंत्री ने आगे कहा, ‘लेकिन ईमानदारी से कहूं तो मैं कुछ खास नहीं करता। मैं नियमित रहने की कोशिश करता हूं। मैं असाधारण रूप से यात्रा करता हूं, लेकिन बाकी समय मैं इसे जितना संभव हो उतना सामान्य रखता हूं। मैं आपको केवल यही सलाह दे सकता हूं कि जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, आप जीवनशैली सलाह देने के लिए थोड़ा अधिक हकदार महसूस करते हैं।
उन्होंने कहा, ‘मैं सभी को फिट रहने के लिए कहता हूं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कैसे फिट रहते हैं। मैं योग और आदर्श रूप से एक प्रतिस्पर्धी खेल के बीच हर रोज एक घंटा निकालता हूं क्योंकि आपको तेज रखने के लिए किसी के खिलाफ खेलने जैसा कुछ नहीं है। मैं स्क्वैश खेलता हूं। फिट रहना जरूरी है क्योंकि आखिर में दिमाग में कहीं न कहीं होता है और हां दिल भी।’
जयशंकर ने एक हाथ से अपने सिर और छाती की ओर इशारा करते हुए यह बात कही। इस पर हॉल में फिर से खूब ठहाके लगे, क्योंकि मानसिक स्वास्थ्य के महत्व का संकेत स्पष्ट था।