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10 Nov 2024, Sun

ग्वालियर BSF की दो महिला कांस्टेबल शहाना खातून, आकांक्षा निखर ने आखिर महीने भर क्या किया, सवाल उठना लाज़मी

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MP के ग्वालियर BSF की दो महिला कांस्टेबल शहाना खातून, आकांक्षा निखर ने आखिर महीने भर क्या किया यह प्रश्न उठना लाज़मी है। बहरहाल दोनो के लापता होने की चर्चा आज पूरे देश मे है। यह दोनों मिल तो गईं लेकिन इनका यूं मिलना भी सवालों को जन्म दे रहा है। गौरतलब है कि ग्वालियर में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) अकादमी की दो महिला कांस्टेबल पश्चिम बंगाल में मिली। दोनों एक महीने से अधिक समय से लापता थीं।

पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने शुक्रवार को संवाददाताओं को बताया कि ग्वालियर के बिलौआ थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई गई जिसके बाद जांच शुरू की गई. उन्होंने कहा कि दोनों लापता महिला कांस्टेबल बीएसएफ की कोलकाता इकाई के समक्ष पेश हुई हैं. उन्होंने कहा कि ग्वालियर से एक पुलिस दल भी कोलकाता गया था. उन्होंने भी दोनों के बयान दर्ज किए थे।

महीने भर में क्या किया शहाना खातून, आकांक्षा निखर ने

उन्होंने बताया कि दोनों महिला बीएसएफ कांस्टेबल ने अपने बयान में कहा है कि वे अपनी मर्जी से पश्चिम बंगाल गई थीं. अब तक की जांच में उनकी ओर से कोई गंभीर अपराध सामने नहीं आया है।

महिला कांस्टेबल में से एक की मां ने कुछ दिन पहले शिकायत दर्ज कराई थी कि बीएसएफ अकादमी में उनकी बेटी की बंगाल के मुर्शिदाबाद की रहने वाली एक अन्य महिला कांस्टेबल से दोस्ती हो गई थी और उनकी बेटी को उसकी सहेली छह जून को बंगाल ले गई।

मामले की जांच जारी

इस संदिग्ध गुमशुदगी मामले की जांच अभी खत्म नहीं हुई है. मामला संवेदनशील है. दोनों बीएसफ से जुड़ी थीं. ऐसे में मामले की गंभीरता को देखते हुए अभी पुलिस किसी निष्कर्स पर नहीं पहुंची है. बीएसएफ की एक टीम अभी दोनों से पूछताछ कर रही है. उनकी यूनिट के बाकी साथियों ने बताया कि दोनों पक्की दोस्त थीं. हमेशा साथ-साथ रहती थीं।

 

By Ashutosh shukla

30 वर्षों से निरन्तर सकारात्मक पत्रकारिता, संपादक यशभारत डॉट काम