सिलौंडी-दशरमन रोड पर दो बसों की आमने-सामने टक्कर, ड्राइवर गंभीर रूप से घायल 60 यात्री थे सवार

सिलौंडी-दशरमन रोड पर दो बसों की आमने-सामने टक्कर, ड्राइवर गंभीर रूप से घायल 60 यात्री थे सवार
यात्रियों की बची जान, राहत कार्य में जुटा प्रशासन।
कटनी।। सिलौंडी से दशरमन की ओर जाने वाले मुख्य मार्ग पर सुबह करीब 10:30 बजे एक भीषण सड़क हादसा हो गया। हादसे में दो यात्री बसें आमने-सामने से टकरा गईं, जिसमें दोनों बसों के ड्राइवर गंभीर रूप से घायल हो गए। एक बस चौरसिया बस सर्विस की थी जो सिलौंडी की दिशा से आ रही थी, जबकि दूसरी बस कटनी की बताई जा रही है, जो दशरमन की ओर जा रही थी। यह टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों वाहनों के अगले हिस्से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए और ड्राइवरों को बस के अंदर से बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला गया। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग, पुलिस बल और प्रशासन मौके पर पहुंचे और तत्काल राहत एवं बचाव कार्य में जुट गए। राहगीरों और ग्रामीणों ने मिलकर घायलों को बस से बाहर निकाला और तुरंत पास के अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों के अनुसार, दोनों ड्राइवरों की हालत गंभीर बनी हुई है और उनका इलाज जारी है। हादसे के समय दोनों बसों में कुल मिलाकर करीब 60 से अधिक यात्री सवार थे। सौभाग्य से अधिकांश यात्रियों को कोई गंभीर चोट नहीं आई। कुछ यात्रियों को मामूली खरोंचें और चोटें आईं, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि हादसे की मुख्य वजह दोनों बस चालकों की लापरवाही रही। बताया जा रहा है कि दोनों वाहनों की गति अधिक थी और मोड़ पर ध्यान न देने के कारण यह टक्कर हुई। संकरे रास्ते और तेज रफ्तार के चलते ड्राइवर वाहन पर नियंत्रण नहीं रख सके, जिससे यह दर्दनाक दुर्घटना घटित हुई। स्थानीय लोगों में इस हादसे को लेकर आक्रोश है। लोगों का कहना है कि इस मार्ग पर आए दिन ओवरस्पीड और लापरवाही से वाहन चलाने की घटनाएं सामने आती रहती हैं, लेकिन प्रशासनिक कार्रवाई के अभाव में ऐसी घटनाओं में कोई कमी नहीं आ रही है। ग्रामीणों ने मांग की है कि इस सड़क पर गति सीमा के सख्त नियम लागू किए जाएं, साथ ही नियमित पुलिस गश्त और चालकों की निगरानी की व्यवस्था की जाए। प्रशासन की ओर से बताया गया है कि मामले की जांच जारी है और दुर्घटना की पूरी रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने दोनों बसों को जब्त कर लिया है और तकनीकी जांच भी शुरू कर दी गई है। इस घटना ने एक बार फिर से सड़क सुरक्षा और ड्राइवरों की जिम्मेदारी को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन को चाहिए कि वह समय रहते ऐसे हादसों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए, जिससे निर्दोष यात्रियों की जान को खतरे में न डाला जाए।