महाराष्ट्र में सीएम पद की लड़ाई तेज: ढाई-ढाई साल का फॉर्मूला होगा या फिर शिंदे शिंदे
महाराष्ट्र में सीएम पद की लड़ाई तेज: ढाई-ढाई साल का फॉर्मूला होगा या फिर शिंदे शिंदे
महाराष्ट्र में सीएम पद की लड़ाई तेज: ढाई-ढाई साल का फॉर्मूला होगा या फिर शिंदे शिंदे। महाराष्ट्र में सीएम पद की लड़ाई तेज: ढाई-ढाई साल का फॉर्मूला होगा या नहीं? । महाराष्ट्र में विधानसभ चुनाव के नतीजों के बाद अब सरकार बनाने को लेकर कवायद तेज हो गई है. खासकर मुख्यमंत्री पद को लेकर सियासी गलियारों में तरह-तरह की चर्चाएं भी शुरू हो गई हैं. इस बीच देवेंद्र फडणवीस समेत महायुति के बड़े नेता दिल्ली पहुंचने वाले हैं. जहां, उनकी बीजेपी हाईकमान के साथ बैठक भी हो सकती है।
महाराष्ट्र में सीएम वाला सस्पेंस चुनावी नतीजे आने के क़रीब 48 घंटे बाद भी बना हुआ है. जहां मुख्यमंत्री वाली कुर्सी को शिंदे सेना के समर्थक अपने बयानों से एकनाथ शिंदे की ओर खींचने में जुटे हुए हैं. वहीं, BJP के समर्थक इस कुर्सी पर फडणवीस का का पहला हक बता रहे हैं. इसके बाद अजित गुट के सपोर्टर भी अपनी दावेदारी लेकर मैदान में आ गए हैं.
संख्या बल बीजेपी के पक्ष में है तो उस लिहाज से देवेंद्र फडणवीस रेस में सबसे आगे हैं, लेकिन एकनाथ शिंदे के समर्थकों को लगता है कि उनके चेहरे पर चुनाव लड़ा गया तो सीएम का दावा तो उन्हीं का बनता है. उधर अजित पवार का खेमा ये दलील दे रहा है कि पिछली बार डिप्टी सीएम पद से संतोष करना पड़ा, लेकिन इस बार कोई ऐसा फॉर्मूला बने कि वो भी सीएम बन जाएं.
दिल्ली में तय होगा सीएम वाला फॉर्मूला
माना जा रहा है कि देर रात बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से महाराष्ट्र के नेताओं की मुलाकात हो सकती है और इसी बैठक में सीएम वाला फॉर्मूला तय हो सकता है. देवेंद्र फडणवीस एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंच भी चुके हैं.
सूत्रों के अनुसार 5 साल के कार्यकाल में बारी-बारी से तीनों नेता यानी देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार सीएम बन सकते हैं. फॉर्मूला 2-2-1 का होगा. मतलब दो साल बीजेपी, दो साल शिवसेना और एक साल एनसीपी का कैंडिडेट मुख्यमंत्री होगा.
ढाई-ढाई साल या 2-2-1 साल का फॉर्मूला?
हालांकि इसमें एक और पेच है. कुछ लोगों का ये भी मानना है कि फॉर्मूला 2-2-1 साल नहीं बल्कि ढाई-ढाई साल का होना चाहिए. मसलन पिछली बार जो फार्मूला बना था उस हिसाब से ढाई साल बीजेपी और ढाई साल शिवसेना का सीएम होना तय हुआ था तो उसी हिसाब से मुख्यमंत्री घोषित किया जाए. हालांकि अंतिम फार्मूला क्या होगा ये आधिकारिक ऐलान के बाद ही पता चलेगा
दिलचस्प बात ये भी है कि अब तक बीजेपी विधायक दल का नेता नहीं चुना गया है जबकि एकनाथ शिंदे और अजित पवार अपने अपने दल के नेता चुने जा चुके हैं. एक और जरूरी बात, 26 नवंबर को राज्य में विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है. ऐसे में सरकार बनाने के लिए महायुति के पास वक्त और विकल्प दोनों कम हैं।
प्रफुल्ल पटेल बोले- सफलता तीनों पार्टी को समान रूप से मिली है
एनसीपी अजित गुट के नेता और सांसद प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि हमने एक टीम के रूप में काम किया और सफलता तीनों पार्टी को समान रूप से मिली है. इसलिए किसी विवाद या मतभेद का कोई सवाल ही नहीं है. हमें एक, दो दिन का समय देना होगा. हम सब एक साथ बैठकर कोई समाधान निकालेंगे. कोई लड़ाई नहीं होगी, जैसा कि हमारे विरोधी कल्पना करने की कोशिश कर रहे हैं.
कल इस्तीफा दे सकते हैं सीएम शिंदे
चर्चा यह भी है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे कल यानी मंगलवार को अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप सकते हैं. इसके बाद नई सरकार के गठन तक एकनाथ शिंदे को राज्यपाल द्वारा केयरटेकर मुख्यमंत्री के तौर पर नियुक्त किया जाएगा. फिर जैसे ही सीएम को लेकर तीनों राजनीतिक दलों में बात बनती है, उसके बाद शपथ ग्रहण होगा।
महाराष्ट्र में सीएम पद की लड़ाई तेज: ढाई-ढाई साल का फॉर्मूला होगा या फिर शिंदे शिंदे