पुत्र की गलत संगत व हरकतों से परेशान पिता ने एसपी को लिखा पत्र, पुत्र के कृत्यों के लिए परिवार को परेशान न करने की मांग

पुत्र की गलत संगत व हरकतों से परेशान पिता ने एसपी को लिखा पत्र, पुत्र के कृत्यों के लिए परिवार को परेशान न करने की मां
कटनी। पुत्र की गलत संगत व अपराधिक गतिविधियों से परेशान पिता ने पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर पुत्र के अपराधिक कृत्यों के लिए परिवार को परेशान न करने की मांग की है। पुलिस अधीक्षक को दिए गए पत्र की प्रति मीडिया को उपलब्ध कराते हुए रोशननगर में बड़ी मजिस्द के पास निवासी 51 वर्षीय गुलशेर अहमद पिता स्वर्गीय ने बताया कि मेरे पुत्र 19 वर्षीय बाबू उर्फ शेख कासिम जिसका आधार कार्ड नंबर 7780-3740-6267 है। गुलशेर ने बताया पुत्र शेख कासिम हमेशा घर से बाहर रहता है और मेरा व मेरी पत्नी का कहना नहीं मानता है तथा वह अपने मन की करता है। पिछले कुछ समय से कासिम गलत लड़कों की संगत में भी पड़ गया है। गुलशेर ने यह भी बताया कि जब मेरा पुत्र शेख कासिम नाबालिग था। तब मैने व मेरी पत्नी सहित घर वालों ने समझा बुझाकर सुधारने की कोशिश की लेकिन उसकी हरकतोंं में सुधार नहीं हुआ। गलत संगत में पड़ कर उसकी हरकते बढ़ती जा रही है तथा बाहर विवाद, लड़ाई झगड़ा करता रहता है। कभी कभार घर आने पर घर वालों से भी विवाद करता है। बाहर विवाद करने पर लोग उनके घर आकर उलाहना देते हैं। गुलशेर ने आगें बताया कि पुत्र शेख कासिम के गलत संगत में पड़ जाने से मेरा परिवार बहुत ही परेशान और भयभीत रहता है। गुलशेर के मुताबिक वह प्राइवेट नौकरी करके अपने परिवार का भरण पोषण करता है पुत्र कासिम के अलावा दो पुत्रियां हैं। जिसमेंं बड़ी पुत्री 21 वर्ष व छोटी पुत्री 17 वर्ष की है। दोनों की शादी की चिंता भी लगी रहती है। ऐसे में पुत्र कासिम की गलत संगत व गलत हरकतों की वजह से उसका परिवार परेशान रहता है। गुलशेर का कहना है कि वह अपने पुत्र बाबू उर्फ कासिम को अपने परिवार से बेदखल करता हूं तथा वह आज के बाद कोई भी विवाद, अपराधिक कृत्य या किसी भी गैरकानूनी गतिविधि में संलिप्त पाया जाता है तो उसकी सम्पूर्ण जवाबदारी मेरे पुत्र शेख कासिम की स्वयं की होगी तथा मेरे परिवार से किसी भी प्रकार का कोई लेना-देना नहीं होगा और ना ही हमारी कोई जवाबदारी रहेगी। इसलिए मेरे पुत्र शेख कासिम उर्फ बाबू के द्वारा किये गये किसी भी कृत्य के लिये मुझे व मेरे परिवार को परेशान न किया जाए और ना ही जिम्मेदार ठहराया जाए।