कटनी। उपनगरीय क्षेत्र माधवनगर के कुछ युवा ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा व हवाला कारोबार का एक बहुत बड़ा नेटवर्क फर्जी बैंक एकाउंट से संचालित कर रहे हैं। जिसका परिणाम है कि कल तक जो युवा फटेहाल घुमते थे वो कुछ ही दिनों में करोड़ों के मालिक बन बैठे हैं और आलीशान बंगलों में रहने लगे हैं। बताया जाता है कि ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा व हवाला कारोबार संचालित करने के लिए ये युवा माधवनगर क्षेत्र की मिलो, चाय पान की होटलों या अन्य प्रतिष्ठानों में काम करने वाले मजदूरों के नाम पर फर्जी बैंक एकाउंट खुलवाते हैं।
प्रत्येक एकाउंट के लिए नया मोबाइल नंबर भी लिया जाता है, जिसको एकाउंट ओपन करते समय डाला जाता है। इसी में ओटीपी सहित बैंक की अन्य जानकारियां आती है। फिर इन्ही एकाउंट को ऑनलाइन कर एकाउंट का उपयोग ऑनलाइन क्रिकेट सट्टे व हवाला की रकम को यहां से वहां करने का काम किया जाता है। बताया जाता है कि इस अवैध कारोबार को संचालित करने जिसके नाम से एकाउंट खुलवाया जाता है, उसको सिर्फ दो या तीन हजार रूपए दिए जाते हैं।
सूत्रों ने बताया कि माधवनगर के कैरिन लाइन क्षेत्र निवासी विनय विरवानी व खैबर लाइन निवासी दीना उर्फ दिनेश आहूजा की भूमिका इस अवैध कारोबार में महत्वपूर्ण है। ये दोनों मिलकर ही इस ऑनलाइन क्रिकेट सट्टे व हवाला कारोबार को संचालित कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि दीना उर्फ दिनेश आहूजा का बड़ा भाई पूर्व में क्रिकेट सट्टे के एक मामले में गिरफ्तार भी हो चुका है। पुलिस यदि इन दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ करे तो एक बहुत बड़े ऑनलाइन फ्रॉड का खुलासा हो सकता है।
विदेशी मोबाइल सिमो का भी हो रहा इस्तेमाल
ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा व हवाला कारोबार को अवैध रूप से संचालित करने के लिए इन युवाओं के द्धारा विदेशी मोबाइल सिमो का भी इस्तेमाल किया जा रहा है और बकायदा ये विदेशी सिम यहां चल भी रही हैं।
निजी बैंकों के जरिए हो रहा खेल
ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा व हवाला कारोबार संचालित करने के लिए गरीब मजदूरों को दो से तीन हजार रूपए देकर उनके आधारकार्ड व पेनकार्ड ले लिए जाते हैं और उनका बैंक एकाउंट निजी बैंकों में आसानी से खुलवाया जाता है और फिर उन्हीं बैंक एकाउंट के जरिए ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा व हवाला कारोबार संचालित किया जाता है।