रीठी जनपद पंचायत कार्यालय में वर्षों से जमें अधिकारी-कर्मचारी,तबादला नीति को मुंह चिढ़ा रहे 15-20 सालों से जमें अधिकारी

रीठी जनपद पंचायत कार्यालय में वर्षों से जमें अधिकारी-कर्मचारी,तबादला नीति को मुंह चिढ़ा रहे 15-20 सालों से जमें अधिकार
कटनी, रीठी -शासकीय विभागों में पदस्थ रहने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को एक जगह से दूसरी जगह स्थानांतरित इसलिए किया जाता है कि जब उनको एक ही जगह पर अधिक समय हो जाता है तो लोगों से बने संबंधों को लेकर वह शासन की योजनाओं का आमजन को लाभ देने में भेदभाव पूर्ण रवैया न अपनाने लगे। लेकिन कटनी जिले के रीठी जनपद पंचायत कार्यालय में ऐसे कई अधिकारी कर्मचारी हैं जिनका 15-20 वर्षों से तबादला नहीं हुआ है और वे प्रभाववाद के चक्कर में एक ही जगह पर जमें हुए हैं। यहां वर्षों से पदस्थ कर्मचारी अंगद के पैर की तरह जमें हुए हैं। बताया गया कि रीठी जनपद पंचायत कार्यालय में कुछ अधिकारी और कर्मचारी खूंटा गाड़ कर बैठे हैं। राजनीतिक संरक्षण के चलते व इन कर्मचारियों की पहुंच के आगे नियम कानून ढीले पड़ते नजर आ रहे हैं। इसके चलते दलालों की भी बल्ले-बल्ले हो रही है। बताया गया कि रीठी जनपद पंचायत कार्यालय में वर्षों से जमें अधिकारी कर्मचारी नियमों को ताक में रखकर बढ़ोत्तरी के आधार पर ही काम कर रहे हैं। सूत्रों की मानें तो काली कमाई के चलते इनके राजसी ठाठ-बाट देखते ही बनते हैं।
मनमानी पर लगाम नहीं
बताया गया कि रीठी जनपद कार्यालय में कई अधिकारी-कर्मचारी ऐसे भी पदस्थ हैं जो कटनी, सिहोरा, जबलपुर, सतना, दमोह से प्रतिदिन अप-डाउन करते हैं। यह कर्मचारी अप-डाउन संस्कृति को भी बढ़ावा दे रहे हैं। दोपहर में बारह बजे मुख्यालय पहुंचते हैं और तीन बजते ही फिर वापसी की तैयारी में जुट जाते हैं। जिले के मुखिया की ढीली लगाम के चलते रीठी ब्लाक में पदस्थ अधिकारी कर्मचारियों बेपरवाह हो गये हैं और सारी व्यवस्थाएं बेपटरी हो गई है।