ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में संस्थान की प्रथम प्रशासिका मातेश्वरी जगदंबा की सातवां 60 वां स्मृति दिवस आध्यात्मिक ज्ञान दिवस के रूप में मनाया गया

ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में संस्थान की प्रथम प्रशासिका मातेश्वरी जगदंबा की सातवां 60 वां स्मृति दिवस आध्यात्मिक ज्ञान दिवस के रूप में मनाया गय
कटनी- सिविल लाइन स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में संस्थान की प्रथम प्रशासिका मातेश्वरी जगदंबा की सातवां 60 वां स्मृति दिवस आध्यात्मिक ज्ञान दिवस के रूप में मनाया गया । इस अवसर पर सर्वप्रथम प्रातः बीके दुर्गा बहन द्वारा मातेश्वरी जगदम्बा के तैल्य चित्र समक्ष भोग अर्पित कर मुरली के महाव्याख्या उपस्थित भाई बहनों को सुनाए गए । राजयोग संचालिका बीके लक्ष्मी बहन ने कहा कि आज का दिन ब्रह्माकुमारी संस्थान के भाई बहनों द्वारा मातेश्वरी की शिक्षा और योगदान को याद करने और उनके प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है । उनकी मीठे विचार और कुशल प्रशासन मधुर शिक्षाएं आज भी हम सबको प्रेरणा देती रहती हैं । उन्होंने कहा कि मातेश्वरी जगदम्बा के व्यक्तित्व में सरलता, मधुरता और निर्भयता का समावेश था। वे कहती थीं कि अगर परमात्मा साथ हो तो फिर किसी भी बात से जीवन में डरना नहीं चाहिए। डरता वो है जो पापकर्म करता है। हम तो श्रेष्ठ कर्म, सत्कर्म करने वाले हैं। ईश्वर के बताए रास्ते पर चलने वाले हैं। दीदी ने आगे बताया कि मातेश्वरी जगदंबा अन्तर्मुखी स्वभाव की थी। वो गुप्त तपस्विनी थी, देखने में तो साधारण लगती थी। लेकिन गुणों की खान थी। मातेश्वरी देवी स्वरूपा थी। मातेश्वरी कुमारी होते हुए भी पुरुषार्थ करके मातेश्वरी यज्ञमाता बनी। अंत में सभी भाई बहनों ने मातेश्वरी जगदंबा के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर ब्रह्मा भोजन ग्रहण किया । साथ ही ब्रह्माकुमारी आश्रम के उप शाखा केंद्र .रोशन नगर में बीके सुमन बहन एनकेजे नेहा और शिवानी बहन ,मंगल नगर अनिता बहन, मान सरोवर .बेबी बहन झिंझरी बीके ज्योति .बहन कैमोर भारती बहन, बरही दीपा बहन, निवार बरखा बहन, बसाडी में किरण बहन, चाका में सविता बहन द्वारा आध्यात्मिक आयोजन कर भोग लगाया गया ।