भारत में बड़ा जासूसी रैकेट बेनकाब: पाक एजेंट ‘अंकिता शर्मा’ के झांसे में आया सूबेदार; रिटायर्ड सैनिक और महिला गिरफ्तार, हनीट्रैप व मैलवेयर से रची गई साजिश
भारत में बड़ा जासूसी रैकेट बेनकाब: पाक एजेंट ‘अंकिता शर्मा’ के झांसे में आया सूबेदार; रिटायर्ड सैनिक और महिला गिरफ्तार, हनीट्रैप व मैलवेयर से रची गई साजिश

भारत में बड़ा जासूसी रैकेट बेनकाब: पाक एजेंट ‘अंकिता शर्मा’ के झांसे में आया सूबेदार; रिटायर्ड सैनिक और महिला गिरफ्तार, हनीट्रैप व मैलवेयर से रची गई साजिश गुजरात आतंकवाद विरोधी दस्ता(एटीएस) ने एक सेवानिवृत्त सैन्यकर्मी और एक महिला को सैन्य प्रतिष्ठानों और कर्मियों से जुड़ी संवेदनशील जानकारी पाकिस्तानी एजेंटों के साथ साझा करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
भारत में बड़ा जासूसी रैकेट बेनकाब: पाक एजेंट ‘अंकिता शर्मा’ के झांसे में आया सूबेदार; रिटायर्ड सैनिक और महिला गिरफ्तार, हनीट्रैप व मैलवेयर से रची गई साजिश

एटीएस के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी अजय कुमार सिंह को एक पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी ने भारतीय सेना की रेजिमेंट की गतिविधियों और खास मिलिट्री अधिकारियों के ट्रांसफर के बारे में जानकारी देने के लिए लालच दिया था, जबकि दूसरे आरोपी रश्मि पाल को कुछ लोगों को हनीट्रैप में फंसाने के लिए कहा गया था।
एक को गोवा से तो दूसरे को दमन से किया गिरफ्तार
एटीएस ने बताया कि गिरफ्तार किया गया अजय कुमार सिंह बिहार का रहने वाला है, उसे गोवा से गिरफ्तार किया गया है। जहां वह 2022 में सेवानिवृत्ति के बाद एक डिस्टिलरी में काम कर रहा था। एटीएस ने कहा कि मूल रूप से उत्तर प्रदेश की रहने वाली रश्मि पाल (35) को दमन से गिरफ्तार किया गया, जहां वह निजी ट्यूशन लेती थी।
जांच एजेंसी ने दावा किया है कि अजय सिंह एक पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी के संपर्क में था। यह पाकिस्तानी जासूस खुद को अंकिता शर्मा बताता था। एटीएस के पुलिस प्रमुख के सिद्धार्थ ने कहा कि रश्मि पाल….प्रिया ठाकुर की नकली पहचान बनाकर काम कर रही थी। कथित तौर पर वह पाकिस्तानी हैंडलर्स के कहने पर सेना के लोगों से दोस्ती करके उनसे जानकारी निकालती थी।
ऐसे पाकिस्तान जासूस के जाल में फंसा अजय सिंह
जानकारी के मुताबिक, अजय सिंह अंकिता शर्मा के संपर्क में 2022 में आया था। उस समय अजय सिंह नगालैंड के दीमापुर में सेना में सूबेदार के पद पर तैनात था। सिंह ने रिटायरमेंट के बाद गोवा में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी कर ली। उससे दोस्ती करने और विश्वास जीतने के बाद उसने उनसे सेना की रेजिमेंटों की मूवमेंट और वरिष्ठ अधिकारियों के तबादलों जैसी गोपनीय सूचनाएं मांगीं। आरोप है कि सिंह ने टेक्स्ट, फोटो और वीडियो के रूप में जानकारी साझा की। पाकिस्तानी एजेंट ने उनके फोन में ट्रोजन मैलवेयर भी इंस्टॉल करवाया, जिससे वह उनके मोबाइल को दूर से एक्सेस कर सकती थी।







